DNN बीबीएन (आदित्य चड्ढा)
बीबीएन क्षेत्र में फिर से मछलियां मरने का मामला सामने आया है। मछलियां एक प्राचीन तालाब में मरी। इस से लोगों में खलबली मच गई। अहम बात यह है कि इस तालाब में किसी उद्योग का पानी भी नहीं आता है।
जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत बरोटीवाला के तहत बलयाणा के तालाब में बुधवार को अचानक सैकड़ों मछलियां मर गई और वे पानी के ऊपर तैरती हुई दिखाई दी। घटना की सूचना मिलने के बाद ग्रामीण बड़ी संख्या में एकत्रित हुए और मछलियां मरने की वजह पता लगाने में जुट गए। स्थानीय निवासी उपप्रधान हितेंद्र शर्मा, समाजसेवी राजिंद्र प्रसाद शर्मा, डाक्टर ईश्वरी प्रसाद, रिटायर्ड इंस्पैक्टर हंसराज कैंथ, हुसन चंद समेत अन्य लोगों ने बताया कि बलयाणा के इस प्राचीन तालाब में हजारों क ी तादाद में मछलियां है। साथ में शिव मंदिर होने के चलते लोग यहां अकसर मछलियों को आटा डालते हैं व बलयाणा, पलांखवाला व कोटला के किसानों के पालतु जानवर यहीं नहाते व पानी पीते हैं। ऐसा पहली बार हुआ कि इस तालाब में मछलियां के मरने की घटना हुई है। पहले तो लेागेां ने प्रदूषण विभाग को इसकी शिकायत देने के बारे में विचार किया परन्तु बाद में पता चला कि तालाब के साथ लगते खेतों में मक्की की फसल में किसी ने कीटनाशक व घासनाशक दवा का छिड़काव किया था परन्तु साथ ही बारिश होने के चलते यह जहरीला पानी तालाब में आ गया । जिसके चलते सैकड़ों मछलियां मौत का ग्रास बन गया।