वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल करने के लिए सांख्यिकी का करें उपयोग

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DNN नौणी (सोलन)

2 जून। डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी के मौलिक विज्ञान विभाग द्वारा सांख्यिकीय विश्लेषण के लिए सॉफ्ट स्किल्स पर दो सप्ताह का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्य परिसर में स्थित कॉलेज ऑफ फॉरेस्ट्री और कॉलेज ऑफ हॉर्टिकल्चर के छात्रों के लिए संस्थागत विकास परियोजना के तहत इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

समापन समारोह में कुलपति प्रोफेसर राजेश्वर सिंह चंदेल ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि हर क्षेत्र में सांख्यिकी का उपयोग किया जा रहा है और इससे छात्रों को वास्तविक दुनिया की समस्याओं के लिए सांख्यिकीय तकनीकों को लागू करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि विभिन्न उद्योग डेटा पर निर्भर हैं और इस प्रकार के प्रशिक्षण से छात्रों को डेटा को विश्लेषण में मदद मिलेगी। उन्होंने कार्यक्रम के आयोजकों से नेरी और थुनाग में विश्वविद्यालय के कॉलेजों और संकाय के लिए एक समान प्रशिक्षण आयोजित करने आयोजित करने के लिए कहा। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए।

इससे पूर्व कोर्स समन्वयक डॉ. आरके गुप्ता ने मुख्यातिथि का स्वागत किया और उन्हें कार्यक्रम के दौरान शामिल विभिन्न विषयों की जानकारी दी। कार्यक्रम समन्वयक डॉ. आशु चंदेल ने बताया कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य एम॰एस॰ एक्सेल में काम करने के लिए आवश्यक कौशल विकसित करना और प्रमुख सांख्यिकीय शब्दावली की स्पष्ट समझ देना था। इसका उद्देश्य छात्रों को एक्सेल में व्यावहारिक डेटा विश्लेषण कौशल से लैस करना है, जिसमें वर्णनात्मक आंकड़ों की गणना करना और डेटा की कल्पना करने के लिए चार्ट और ग्राफ़ बनाना शामिल रहा। इस कार्यक्रम के निदेशक डॉ. केके रैना जबकि डॉ. आशु चंदेल और डॉ. यास्मीन जांझुआ कार्यक्रम समन्वयक थे। डॉ. आरके गुप्ता, डॉ. अंजू शर्मा और डॉ. दीपक अग्निहोत्री कोर्स समन्वयक थे। प्रशिक्षण में 61 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।

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