Dnewsnetwork सोलन, 11 सितंबर
शूलिनी विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान एवं व्यवहार विज्ञान केंद्र ने विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस के अवसर पर जागरूकता गतिविधियों की एक श्रृंखला आयोजित की, जिसमें मानसिक स्वास्थ्य और समय पर हस्तक्षेप के महत्व पर प्रकाश डाला गया।
इस दिन की शुरुआत नारा लेखन, पोस्टर निर्माण और कविता प्रतियोगिताओं के साथ हुई, जिनमें छात्रों की 60 से अधिक उत्साही प्रविष्टियाँ प्राप्त हुईं। प्रत्येक प्रविष्टि में रचनात्मकता और संवेदनशीलता के साथ आत्महत्या रोकथाम के विषय को दर्शाया गया था। जागरूकता के प्रतीक के रूप में पूरे परिसर में रिबन बैज भी वितरित किए गए, जबकि स्वयंसेवकों ने संदेश फैलाने के लिए छात्रों और कर्मचारियों के साथ बातचीत की। कुलाधिपति प्रो. प्रेम कुमार खोसला ने कार्यक्रम का दौरा किया और प्रतिभागियों के प्रयासों की प्रशंसा की। सुबह का सत्र दोपहर 12:30 बजे समाप्त हुआ।
शाम को, एक जागरूकता पदयात्रा का आयोजन किया गया, जिसमें 100 से अधिक छात्रों ने भाग लिया। इस पदयात्रा में पाइन कोर्ट, रिसेप्शन ब्लॉक ए और द मॉल में प्रभावशाली नुक्कड़ नाटकों का प्रदर्शन किया गया, जहाँ जनता ने कलाकारों के साथ सक्रिय रूप से भाग लिया। आत्महत्या रोकथाम पर जानकारी वाले फ्लैशकार्ड वितरित किए गए और छात्रों ने जागरूकता फैलाने के लिए नारे लगाए।
शाम को यह पदयात्रा सोलन के चिल्ड्रन पार्क में समाप्त हुई, जिसके बाद सभी प्रतिभागियों के लिए जलपान की व्यवस्था की गई।