DNN सोलन
जिला सोलन में जमकर वर्षा हुई। पिछले दो दिनों से सोलन में रूक-रूक कर हो रही बारिश से लोगों को गर्मी से निजात मिली है। सोमवार को हुई वर्षा से निर्माणाधीन परवाणू-शिमला फोरलेन पर कई स्थानों पर पहाड़ों से मिट्टी तथा पत्थर सड़क पर आ गिरे हैं। इससे सोलन से परवाणू तक वाहनों की आवाजाही पर विपरीत असर पड़ा है। पहाड़ों से गिर रही मिट्टी व पत्थरों से परवाणू से लेकर कुमारहट्टी तक खतरा और अधिक बढ़ गया है।
सोमवार की दोपहर बाद सोलन शहर सहित जिला के कई स्थानों पर जमकर बारिश हुई। इससे यहां के तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गई है। वैज्ञानिकों का दावा है कि अभी प्री-मानसून ने हिमाचल प्रदेश में दस्तक नहीं दी है, लेकिन पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की वजह से बारिश हो रही है। बारिश का यह सिलसिला आगामी दो दिनों तक रूक-रूक कर चलता रहेगा। बारिश होने से परवाणू-शिमला निर्माणाधीन फोरलेन पर कई स्थानों पर पहाड़ों से मिट्टी तथा पत्थर एनएच पर आ रहे हैं।
इससे वाहनों की आवाजाही पर विपरीत असर पड़ रहा है। बारिश के बाद फोरलेन पर जगह-जगह पानी एकत्रित हो गया है। इससे जहां वाहनों के स्कीट होने का खतरा और बढ़ गया है,वहीं पहाड़ों से हो रहे भू-स्खलन ने स्थिति को और अधिक गंभीर बना दिया है। फोरलेन पर मलबा तथा पत्थर आने से वाहनों की र तार पर काफी समय तक बे्रक लगी रही। दोपहर बाद एनएच-5 पर वाहन रेंग-रेंग कर आगे बढ़ते रहे। वाहनों की गति कम होने से है हाईवे पर दोनों और वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई।
इस कारण 15 मिनट का सफर तय करने में घंटों का समय लग गया। उधर जिला पुलिस ने कालका-शिमला नेशनल हाईवे-पांच पर फोरलेन निर्माण कार्य के चलते वाहन चालकों के लिए एडवाइजरी जारी की है। पुलिस प्रशासन ने फेसबुक व सोशल मीडिया के माध्यम से एडवाजरी जारी की है कि पहाड़ की साइड वाहन को पार्क न करे व ध्यानपूर्वक वाहनों को चलाएं। उधर नौणी विवि के वरिष्ठ मौसक वैज्ञानिक डा.एसके भारद्वाज ने कहा है कि अभी प्री-मानसून ने दस्तक नहीं दी है। पश्चिम विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण बारिश हो रही है। आगामी दिनों में भी कई स्थानों पर बारिश होने की संभावना है।