DNN सोलन
30 अगस्त टीओटी स्कूल धर्मपुर में माली प्रशिक्षण में भाग लेने वाले सीआरपीएफ जवानों के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण एवं एक्सपोजर विजिट का आयोजन डॉ यशवंत सिंह परमार औदयानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी के विस्तार शिक्षा निदेशालय द्वारा किया गया।
प्रशिक्षण समन्वयक एवं संयुक्त निदेशक प्रशिक्षण डॉ. अनिल सूद ने बताया कि जवानों को फलों एवं फूलों की खेती, औषधीय पौधों, मशरूम उत्पादन और पौध संरक्षण पर व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण के दौरान डॉ. गोपाल सिंह ने प्रशिक्षणार्थियों को स्थल के चयन, गड्ढों की तैयारी और फल उत्पादन के विभिन्न पहलुओं और कीवी की खेती के बारे में अवगत करवाया। डॉ. मीना ठाकुर और डॉ. मंगला राम ने मौनपालन जबकि डॉ. राकेश शर्मा ने फलों और सब्जियों में कीटों की पहचान और प्रबंधन पर प्रकाश डाला। अरुण चौधरी द्वारा प्रतिभागियों को कम्पोस्ट निर्माण और मशरूम उत्पादन के बारे में व्यावहारिक ज्ञान दिया गया। डॉ. अंशु शर्मा ने खाद्य विज्ञान प्रयोगशाला में फलों और सब्जियों के प्रसंस्करण और मूल्य वर्धन के बारे में बताया, जबकि डॉ रेशमा नेगी ने बागवानी फार्म में विभिन्न फूलों के रखरखाव पर बात की। डॉ मीनू सूद, प्रोफेसर और प्रमुख, वन उत्पाद विभाग ने विभिन्न औषधीय और सुगंधित पौधों की पहचान और उपयोग के बारे में अवगत कराया, जबकि डॉ अनिल सूद ने कीटनाशकों के सुरक्षित इस्तेमाल के बारे में विस्तार से बताया।
समापन सत्र के दौरान, विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. दिवेंद्र गुप्ता ने सभी प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण के दौरान सीखे गए ज्ञान का प्रसार करने की सलाह दी और उन्हें विश्वविद्यालय द्वारा की जा रही गतिविधियों के बारे में बताया। टीओटी धर्मपुर के डिप्टी कमांडेंट सोहन सिंह और इंस्पेक्टर अनिल जामवाल ने जवानों को प्रशिक्षण देने और व्यावहारिक अनुभव प्रदान करने के उनके अनुरोध को स्वीकार करने के लिए विश्वविद्यालय का धन्यवाद दिया।