DNN बद्दी
हिमाचल प्रदेश के विभिन्न उद्योग संगठनों ने एकजुट होकर अब लंबे समय से चल रहे ट्रक हडताल को लेकर गहरा रोष जताया है और केंद्र सरकार व संबधित मंत्री को इसमें दखलदांजी करने का आग्रह किया है। बददी में आज विभिन्न उद्योग संगठनों बीबीएनआईए, लघु उद्योग भारती, दवा निर्माता उद्योग संघ, हिप्र गत्ता उद्योग संघ, ग्राम शिल्प उद्यमी प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों ने एकत्रित होकर कहा कि आठ दिन से हिमाचल में किसी भी प्रकार की औद्योगिक गतिविधि ट्रक हडताल के कारण नहीं हो पा रही है । अगर आज भी हडताल न खुली तो उद्योग धंधे बिल्कुल सिमट जाएंगे और विशेषकर लघु उद्योग बैंकों के ब्याज व वेतन के खर्चों से उठ नहीं पाएंगे। पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए बीबीएनआईए एमएसएमई कमेटी के चेयरमैन मुकेश जैन, गत्ता उद्योग संघ हिप्र के सचिव बलदेव गोयल, अजय चौधरी, एचडीएमए के सदस्य सतीश सिंगला, लघु उद्योग भारती के राज्य वरिष्ठ उपाध्यक्ष नेत्र प्रकाश कौशिक व हरिपुर पेपर मिल के निदेशक गर्ग ने कहा कि एक सप्ताह से लंबी हडताल करने का कोई औचित्य नहीं होता इसलिए दोनो पक्ष आपसी वार्ता से इसको निबटाएं वरना देश व सूक्ष्म तथा लघु उद्योग इतने पीछे चले जाएंगे कि हम सोच भी नहीं सकते। मुकेश जैन ने कहा कि हमें लेकर को पूरा वेतन देना पड रहा है जबकि उद्योग में कोई भी काम नहीं है उपर से बैंकों के ब्याज में हमें कोई राहत बाद में नहीं मिलेगी।
सेब सीजन पर होगा करोडों का नुक्सान
हिप्र गत्ता उद्योग संघ के प्रदेश सचिव बलदेव गोयल, अजय चौधरी व रजत साहू ने कहा कि सेब सीजन सिर्फ कुछ दिन का है और बीबीएन के गत्ता पेटी निर्माताओं ने डिमांग पर लाखों सेब पेटी अपने अपने उद्योगों में बनाकर रखे हुए हैं। यह पेटी शिमला व उपरी शिमला में नहीं पहुंच पा रही है जिससे दोनो का नुक्सान हो रहा है। किसानों का सेब बगैर पैकिंग से खराब है और हमारी पेटियां। दो सप्ताह बाद जब सेब सीजन समाप्त हो जाएगा तो यह लाखों पेटियां किसी काम की नहीं रहेंगी।
लघु उद्योग भारती के प्रांत वरिष्ठ उपाध्यक्ष नेत्रप्रकाश कौशिक ने कहा कि इस आठ दिन की हडताल से सूक्ष्म एवं छोटो उद्योग बुरी तरह टूट गया है जिसका दोबारा खडा होनो बहुत मुशिकल है। हमने पाटियों का माल तैयार कर रखा है लेकिन हडताल से उसका भुगतान नहीं हो रहा है। हजारों टन तैयार माल हमारे कारखानों में पडा है और जगह न होने के कारणा बरसात में सड रहा है। हिमाचल प्रदेश ड्रग मैनुफैकचरिंग के वरिष्ठ सदस्य व ल्यूब फार्मा विंग के प्रांतीय चेयरमैन सतीश सिंगला ने कहा कि राज्य के दवा उद्योग कच्चा माल न मिलने के कारण बुरी तरह ठप्प हो चुके हैं। न हम अपने आर्डर भुगतान कर पा रहे हैं और न ही किसी का माल तैयार कर पा रहे हैं। अगर एक दो दिन में हडताल खुल भी गई तो अहमदाबाद व महाराष्ट्र व कच्चा आते आते दस दिन तक लग जाएंगे। यानि कुल मिलाकर एक माह तक दवा कारखानों में त्राहि त्राहि मची रहेगी जिसका जि मेदार कौन है।
केंद्र सरकार व नितिन गडकरी करें हस्तक्षेप-जैन
एमएसएमई कमेटी बीबीएनआईए के चेयरमैन मुकेश जैन ने कहा कि इतने दिन उद्योग बंद रहना कोई छोटी बात नहीं है क्योंकि हमारा रोजाना करोडों का नुक्सान न केंद्र, प्रदेश सरकार, मोटर्र ट्रांसपोर्ट यूनियन, सत्तारुढ व विपक्षी पार्टी व केंद्रीय ट्रांसपोर्ट मंत्री कोई नहीं भरेगा और बाद में हमेें मंदी के दौर में और ज्यादा पिसना पडेगा। जैन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को तुरंत इस मामले में मध्यस्तता करके ट्रक हडताल को मिल बैठकर समाप्त करवाना चाहिए।
वहीं दूसरी ओर इस अनिश्चितकालीन हडताल के कारण बीबीएन के 90 फीसदी उद्योग बंद पडे हैं क्योंकि कहीं से भी कच्चा माल नहीं मिल रहा है। उद्यमियों का कहना है कि ट्रक यूनियन नालागढ़ के पदाधिकारी जबरन धक्केशाही करके ट्रैक्टर, टैंपो, पिकअप आदि छोटे वाहनों को भी नहीं चलने दे रहे जिसके कारण जाब वर्क भी नहीं हो पा रहा है।