DNN सोलन (झावेंद्र दीक्षित)
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, आयुर्वेद, चिकित्सा शिक्षा तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री विपिन सिंह परमार ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में लोगों को गुणवत्तायुक्त स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और गत 6 माह में प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में अधोसंरचनाएं सृजित करने एवं चिकित्सकों के रिक्त पड़े पदों को भरने की दिशा में ठोस कार्य किया गया है। विपिन सिंह परमार आज सोलन में बढ़ती जनसं या एवं आवश्यकता के दृष्टिगत आधुनिक क्षेत्रीय अस्पताल स्थापित करने के लिए विभिन्न चयनित स्थल देखने के उपरांत अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे।
विपिन सिंह परमार ने कहा कि सोलन स्थित क्षेत्रीय अस्पताल में वर्तमान में चिकित्सकों के सभी 22 पद भरे हुए हैं। उन्होंने कहा कि मु यमंत्री जयराम ठाकुर ने सोलन अस्पताल में चिकित्सकों के 10 और पद सृजित करने के निर्देश दिए हैं। शीघ्र ही इस अस्पताल में दस नए पद सृजित कर चिकित्सक भेजे जाएंगे। उन्होंने कहा कि सोलन का क्षेत्रीय अस्पताल शिमला, सिरमौर तथा सोलन जिलों के रोगियों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवा रहा है। बढ़ती जनसं या एवं आवश्यकता के दृष्टिगत इस अस्पताल को खुली जगह में स्थापित करना आवश्यक है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि क्षेत्रीय अस्पताल सोलन के लिए उपायुक्त सोलन द्वारा लगभग सौ बीघा भूमि चिन्हित की गई है। उन्होंने कहा कि सभी औपचारिकताएं पूर्ण करने तथा सहमति बनने के उपरांत इस भूमि को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग को स्थानांतरित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि औपचारिकताएं पूर्ण होने पर यहां अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त अस्पताल के निर्माण की दिशा में पग उठाएं जाएंगे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थापित होने तथा पर्यटकों की लगातार आवाजाही के कारण सोलन में ट्रॉमा सेंटर स्थापित किया जाना भी आवश्यक है। इस दिशा में उचित पग उठाए जाएंगे।
विपिन सिंह परमार ने कहा कि क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में आवश्यकता अनुरूप ऑपरेशन थियेटर अटेन्डेंट एवं अन्य पैरामेडिकल कर्मियों के पद भरे जाएंगे। उन्होंने मु य चिकित्सा अधिकारी सोलन को निर्देश दिए कि क्षेत्रीय अस्पताल सोलन की आवश्यकताओं के संबंध में पूर्ण विवरण प्रस्तुत करें।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में नशे की समस्या एवं नशा माफिया को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस दिशा में हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड तथा पंजाब राज्यों में आपसी सहमति के आधार पर टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि नशे का क्रय करने वालों की जानकारी दें और नशे की बीमारी को जड़ से मिटाने में सहयोग दें। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय बाल सुरक्षा योजना के अंतर्गत भी छात्रों में नशे की जांच की जाएगी।