DNN सोलन ब्यूरो (आदित्य सोफत)
09 फ़रवरी। कालका-शिमला नेशनल हाई-वे पांच पर सपरून में पहाड़ी पर से कभी भी भारी मात्रा में मलबा सड़क पर आ सकता है। बीते दिनों हुई बारिशों में भी यहां पर पहाड़ी से पत्थर व मलवा सड़क पर गिरा है। इसके चलते यहां पर बेरिकेटिंग की गई है, लेकिन अब पहाड़ी के ऊपर पड़ा मलबा कभी भी गिर सकता है। कब यह पहाड़ी पर से मलबा सड़क पर आ जाए इस बारे कोई पता नहीं है। हैरानी कि बात तो यह है कि फोरलेन निर्माता कंपनी के कर्मी दिनभर यहां पर कार्य कर रहे है और नेशनल हाई-वे के अधिकारी भी इसी सड़क से निकलते है, लेकिन किसी का भी इस और ध्यान नहीं जा रहा है। इसके चलते कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। उधर, पहाड़ी पर से मलबे के खतरे को देखते हुए पुलिस द्वारा यहां से एक-एक कर वाहनों को निकला जा रहा है ताकि बड़े खतरे को आसानी से टाला जा सके।
पहाड़ी पर पडे है नुकिलें पत्थर व सरिया
बता दें कि कालका-शिमला नेशनल हाई-वे पांच पर सोलन बाईपास पर अंडरपास ब्रिज बनाने के लिए कवायद चली हुई है। इसके लिए यहां पर ट्रैफिक व्यवस्था सुचारु रूप से चले व अन्य कारणों को देखते हुए पहाड़ी की कटिंग की गई थी। पहाड़ी के ठीक ऊपर घरों को तोड़ा गया था, लेकिन इनको तोड़ने के बाद मलबा पहाड़ी पर ही पड़ा रह गया। हाई-वे के ठीक ऊपर पड़ा यह मलबा कभी भी किसी को भी परेशानी में डाल सकता है। इस मलबे में सरिया व अन्य कई प्रकार की नुकीली चीजें दिखाई दे रही है। बीते दिनों सोलन में हुई बारिश व बर्फबारी के बीच भी यहां पर पहाड़ी से मलबा गिरा है। इसको देखते हुए फोरलेन निर्माता कंपनी द्वारा सड़क को पहाड़ी वाली साइड पर बेरिकेट लगाए गए है, लेकिन पहाड़ी से मलबा नहीं हटाया गया है।
गौरतलब हो कि कालका-शिमला नेशनल हाई-वे पांच पर परवाणू से सोलन(चम्बाघाट) तक बन रहे फोरलेन निर्माण का कार्य अंतिम चरणों में चला हुआ है, लेकिन बारिश में पहाड़ियां दरकना शुरू हो जाती है। बीते सालों की बात की जाए तो हाई-वे पर कई जगहों पर पहाड़ों के दरकने के मामले आ चुके है और लोगों को भी खासी परेशानी झेलनी पड़ीं है।
तंग है सड़क
हाई-वे पर पहाड़ी दरकने का खतरा मंडराने के कारण सड़क पर बेरिकेट लगाए गए है। इसके चलते यहां से वाहनों को निकलने में भी खासी परेशानी झेलनी पड़ सकती है। सोमवार को इस कारण यहां पर वजनों की कतारें देखने को मिली है।
क्या कहना है डीएसपी सोलन का
डीएसपी सोलन रमेश शर्मा का कहना है कि पहाड़ी पर से पत्थर गिरने के बाद यहां पर टैफिक पुलिस की तैनाती की गई है और वाहनों को एक-एक कर भेजा जा रहा है। साथ ही इस बारे फोरलेन निर्माता कंपनी को भी बताया जा चुका है।