DNN धर्मशाला
धारकंडी क्षेत्र के रिडकुमार में आज जनजाति बाहुल्य की आठ पंचायतों बोह, रुलेड़, रिड़कुमार, दरीणी, कनेाल, कुठारना भलेड तथा करेरी के लोगों के साथ राष्ट्रीय जनजाति आयोग की उपाध्यक्ष सुश्री अनसुइया उइके स्बरू हुई। उन्होंने देवभूमि को नमन करते हुये कहा कि मुझे देवभूमि में आने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि जनजाति के लोगों को समयवद्व न्याय दिलवाना, उनकी सुरक्षा व उनके अधिकारों को सुरक्षित रखना ही आयोग का उद्देश्य है।
उन्होंने कहा कि आयोग समय-समय पर केन्द्र व प्रदेश सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं जोकि जनजाति लोगों के लिए चलाई गई हैं कि समीक्षा करता है और जहां पर आवश्यक हो वहां पर उचित दिशा-निर्देश भी दिये जाते है। उन्होंने कहा कि आज देश में कई लोगों को आयोग की कार्यप्रणाली की जानकारी नहीं है। पिछले वर्ष जनजाति के लोगों पर हुये लाठीचार्ज के संदर्भ में उन्होंने कहा कि सम्बंधित अधिकारियों से अब तक हुई कारवाई की रिपोर्ट मांगी गई है और प्रशासन को उचित कार्यवाही के आदेश दिये गये है। इस अवसर पर लोगों द्वारा रखी गई समस्याओं को सहानूभूर्ति पूर्वक सुना। उन्होंने कहा कि इस मामले को सरकार के सामने लायेंगे कि वन अधिकार अधिनियम 2006 के तहत् यहां के लोगों के पट्टे क्यों नहीं मिले है। उन्होंने कहा कि धारकंडी में पर्यटन की अपार सम्भावनाएं है और इसे पर्यटक की दृष्टि से और अधिक विकसित करना चाहिए ताकि यहां के लोगों को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने आह्वान किया कि जनजाति के लोग ग्रामसभा के माध्यम से पट्टे के लिए आवेदन भेजना सुनिश्चित करें। उन्होंने जनजाति लोगों से आह्वान किया कि वह अपनी समृद्व संस्कृति को संजोय रखें।
प्रदेश राष्ट्रीय जनजाति के उपाध्यक्ष त्रिलोक कपूर ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुये कहा कि प्रदेश में सरकार द्वारा चलाई गई कल्याणकारी योजनाएं आरंभ की है और इस समुदाय के लोगों को इसका लाभ मिलेगा।इस अवसर पर कपूर ने समुदाय से जुड़ी विभिन्न मांगों को भी मुख्यातिथि के समक्ष रखें।
इस अवसर पर एसडीएम शाहपुर जगन ठाकुर ने मुख्यातिथि व अन्य आये हुये मेहमानों का स्वागत किया।
इस दौरान राष्ट्रीय जनजाति की उपाध्यक्ष सुश्री अनसुइया उइके को पारंपरिक परिधान लुआंचडी, डोरा, टोपी व पहाड़ी अखरोट देकर सम्मानित किया। प्रधान बोह त्रिशला देवी पे धारकंडी की जनजाति के लोगों की मांगों को मुख्यातिथि समक्ष रखा। रावमापा बोह की छात्राओं ने गद्दह लोकनृत्य तथा बोह की महिलाओं ने लोकगीत के माध्यम से स्थानीय संस्कृति की झलक प्रस्तुत की। एसटी मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष कमल शर्मा ने भी अपने विचार रखें।
इस अवसर पर निदेशक राष्ट्रीय जनजाति आयोग के ललित लाटा, जनजाति के जिला अध्यक्ष रमेश जरयाल, जिप गगन ठाकुर, गायत्री ठाकुर, रजनी देवी, अंजू देवी, जिला महासचिव ओंकार बरसैंण, जनजाति के मंडलाध्यक्ष पवन कुमार, महासचिव केवल शर्मा, जिला वन अधिकारी प्रदीप भारद्वाज, जिला योजना अधिकारी रविन्द्र कटोच, नायब तहसीलदार दरीणी रजिन्द्रर कुमार, सुशील धीमान, मनीष चौधरी, दीपक सैनी, नैणों देवी, मदन भरमौरी, प्रधान रिड़कुमार शांता कुमार, आशा, उपप्रधान राहुल, वीरेन्द्र शर्मा के अतिरिक्त धारकंडी क्षेत्र के बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहें।