DNN सोलन
सोलन के समीप बसाल पंचायत के कथेड़ में प्लॉट कटिंग से निकल रहे मलबे को वहीं नाले में गिराने से यहां लोगों के प्राकृतिक पेयजल स्त्रोतों को खतरा पैदा हो गया है। स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया है और यहां मलबा फैंकने वालों पर कार्रवाई की मांग की है।
न्यू कथेड़ के स्थानीय लोगों का कहना है कि एचआरटीसी वर्कशॉप के समीप नाले में वहीं चल रही प्लॉट कटिंग का मलबा फेंका जा रहा है। इसके ठीक नीचे बहुत पुरानी 2 बावडिय़ां हैं, जिनमें साफ पानी है और लोग इसे पीने के लिए भी प्रयोग करते हैं। शहर में पानी की दिक्कत आने पर इन्हीं पेयजल स्त्रोंतो का पानी प्रयोग करते हैं। यहां आसपास अस्थाई रूप से रह रहे लोग तो इसी पानी प्रयोग करते हैं। ऐसे में यदि यहां मलबा फैंकना बंद नहीं किया गया तो यह बावडिय़ां इसमें दब जाएंगी और लोगों के पेयजल स्त्रोत भी समाप्त हो जाएंगे।
ग्राम पंचायत बसाल के प्रधान देंवेंद्र कश्यप ने बताया कि उन्हें स्थानीय लोगों की शिकायत मिली थी, जिसके बाद उन्होंने स्वयं वहां जाकर मौका देखा है। यहां बावडिय़ों के ठीक ऊपर मलबा फेंका जा रहा है। बरसात में यह मलबा बावडिय़ों तक पहुंच सकता है और इससे पेयजल स्त्रोत समात होने का खतरा बना हुआ है। देवेंद्र कश्यप ने बताया कि उन्होंने मलबा फेंकने वालों को यहां मलबा फेंकने से मना कर दिया है और अब मलबा नहीं फेंका जा रहा है।
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