DNN सोलन, 21 अक्तूबर
सोलन नगर निगम शहर के विकास कार्यों को लेकर गंभीर नहीं है यही कारण है कि नगर निगम के 42 महिनें के कार्यकाल में मात्र 11 आम सभाएं ही नगर निगम कर पाई है। जबकि नगर निगम एक्ट के तहत हर महीने यह बैठकें होना अनिवार्य है। वार्ड नंबर 9 के पार्षद शैलेंद्र गुप्ता ने नगर निगम की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि इन बैठकों के आंकड़ों से ही साफ हो जाता है कि नगर निगम सोलन के विकास के प्रति कितना ज्यादा गंभीर है। उन्होंने कहा कि एक्ट के मुताबिक हर महीने बैठक होनी चाहिए लेकिन यहां तो पिछले 4 महीने से बैठक ही नहीं हुई है । अंतिम बैठक जुलाई महीने में आयोजित की गई थी। उन्होंने इस विषय में एक पत्र भी नगर निगम आयुक्त को लिखा है और उनसे इन बैठकों को नियमित तौर पर करवाने की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि अभी तक यदि वर्ष 2024 की बात कि जाए तो नगर निगम की मात्रा एक आमसभा ही आयोजित हो पाई है। उन्होंने कहा कि ऐसी बैठकों में ही नगर निगम के पार्षद मिलकर सोलन शहर के लिए विभिन्न योजनाएं बनाते हैं या फिर अधिकारियों द्वारा बनाई गई योजनाओं को स्वीकृति प्रदान करते हैं, लेकिन बैठकर नियमित तौर पर आयोजित न होने के कारण आम लोगों के काम भी प्रभावित हो रहे हैं । वार्ड में कई ऐसे मुद्दे होते हैं जिनको आमसभा में पास करवाना जरूरी होता है लेकिन बैठकर न होने के कारण ऐसे मुद्दे भी पूरी तरह से लटक गए हैं।
उन्होंने कहा कि नियमित तौर पर बैठकर न होने के कारण अक्सर ऐसा भी देखा गया है कि अधिकारी कुछ काम को अपनी मनमर्जी से करवा देते हैं और उनकी पेमेंट भी ठेकेदार को कर दी जाती है, लेकिन बाद में मात्र औपचारिकता पूरी करने के लिए (एक्सपोस्ट फैक्टो) मामला हाउस में लाया जाता है ताकि सभी पार्षद उसकी स्वीकृति प्रदान कर दे।