चूड़धार में स्कीइंग स्लोप की खोज

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डीएनएन राजगढ सिरमौर
सिरमौर जिला की सबसे ऊंची चूड़धार चोटी की तलहटी में 8500 फुट की ऊंचाई में आधा दर्जन स्कीइंग स्लोप खोज लिए गए हैं। ये स्कीइंग स्थल चूड़धार क्षेत्र के स्तामू-नाला, बेहरोग, कालाबाग तथा तीसरी नामक स्थानों पर मिले हैं। इन स्थलों को खोजने का श्रेय बथाउधार के सोमदत्त को जाता है, जो स्वयं भी एक उच्चस्तरीय स्कीयर है। स्कीइंग की भाषा में इन्हें एडवास तकनीक ज्ञाता कहते हैं। ऐसे स्कीयर्स 70-80 डिग्री वाले तिरछे स्लोप पर भी आसानी से स्कीइंग करते हुए नीचे उतरते हैं। इस बारे में जिला सिरमौर के एकमात्र स्कीयर सोमदत्त ने बताया कि लगभग 8500 फुट ऊंची सराहटी नामक चोटी पर स्कीइंग बिगनर्ज के लिए बहुत ही उपयुक्त स्लोप मिला है। इससे आगे के स्कीइंग स्थल तो ऐसे ऐसे स्लोप लिए हुए हैं कि डेढ़ किलोमीटर तक स्कीइंग का आनंद लिया जा सकता है। सोमदत्त ने बताया कि मिड हिमालयन क्षेत्रों में ये स्लोप सबसे लंबे स्कीइंग स्लोप है। अप्रैल तक स्कीइंग के लिए सभी स्कींग स्थल बंद हो जाते हैं, मगर यहा के स्लोप जून तक स्कीइंग करवा सकते हैं। इन स्थलों में अप्रैल माह तक सराहंटी अथवा बागापानी में स्कीइंग हो सकती है। मई तक बैहरोग अथवा स्तामू-नाला तथा जून तक तीसरी नामक स्थान पर स्कीइंग का आनंद लिया जा सकता है।

सोमदत्त ने जानकारी देते हुए कहा कि तीसरी नामक स्थान पर बिगनर्ज एवं एडवास तकनीत वालों यानि दोनों तरह के स्कीयर्ज के लिए बहुत ही उपयुक्त स्थल है। चूड़धार में मिले इन स्थलों को गिनती दुनिया के अच्छे स्लोप्स में हो सकती है। यदि प्रदेश की नई सरकार एवं पर्यटन विभाग इन स्थलों की ओर गंभीरता दिखाए। इसी संदर्भ में अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान मनाली के उपनिदेशक एवं स्कीइंग प्रशिक्षक महावीर ठाकुर के अनुसार चूड़धार क्षेत्र में स्कीइंग की पूरी संभावना है। उन्होंने कहा कि वे वहा का निरीक्षण कर चुके हैं तथा इसकी सकारात्मक रिपोर्ट सरकार एवं पर्यटन विभाग को भी सौंप चुके हैं। उन्होंने स्थानीय स्कीईंग प्रेमियों को सलाह देते हुए कहा कि वे अपने स्तर पर इसे आरंभ करें और पर्यटन विभाग से यहा पर कैंप रखवाएं। यह स्थान एक बार वेबसाइट पर आ गया, तो स्कीयर स्वयं आना आरंभ हो जाएंगे। बथाऊधार क्षेत्र के सोमदत्त स्कींग गतिविधियों को चूड़धार में लाने के लिए प्रयत्नरत हैं। वे स्वयं धर्मशाला के पर्वतारोहण स्कूल से जुड़े हुए हैं और समय समय पर वहा प्रशिक्षक के तौर पर सेवाएं देते हैं।

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