DNN सोलन
सोलन के चंबाघाट स्थित देश की नामी कंपनियों में से एक निजी कंपनी ने अपने कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। यहीं कारण है कि यहां के कर्मचारी सड़कों पर उतर गए है। मंगलवार को कर्मचारियों ने नारेबाजी की। दूसरी ओर श्रम विभाग शिकायत मिलने के बाद विवाद को सुलझाने में जुट गया है। अनुबंध पर रखे गए 22 कर्मचारियों की नौकरी से छुट्टी कर दी गई है जबकि दस कर्मचारियों का स्थानांतरण हिमाचल प्रदेश से बाहर अन्य राज्यों में किया गया है। मंगलवार को कंपनी कर्मचारियों ने उद्योग गेट के बाहर जमकर नारेबाजी की। कर्मचारी नेताओं ने साफ कहा है कि उनके साथ जो अन्याय कंपनी द्वारा किया जा रहा है उसे किसी भी कीमत पर बर्दाशत नहीं किया जाएगा। कई घंटों तक कर्मचारी उद्योग के बाहर प्रदर्शन करते रहे,परंतु कंपनी के प्रबंधन वर्ग ने उनकी एक नहीं सुनी। हालांकि श्रम अधिकारी की तरफ से भी मामले में हस्तक्षेप करते हुए दोनों पक्षों को वार्ता के लिए बुलाया था,लेकिन कंपनी प्रबंधकों ने इसमें भाग लेना उचित नहीं समझा। प्रदर्शन में शामिल कर्मचारियों ने बताया कि कंपनी ने अनूप कुमार, रमेशदत व पुष्पा कुमारी को अनुशासन में काम न करने का हवाला देकर 12 जुलाई,2019 को सस्पैंड कर दिया। कंपनी के इस रवैये के विरोध में सभी काम करने वाले सुबह गेट पर एकत्रित होते व थोड़ी देर नारेबाजी करने के बाद काम पर चले जाते। परंतु कंपनी प्रबंधन को ये बात रास नहीं आई और उन्होंने 63 लोगों को काम पर न आने के आदेश जारी कर दिए। साथ ही कंपनी गेट पर पुलिस को भी तैनात कर दिया,ताकि कोई भी गेट के भीतर न आ सके। इससे कर्मचारी और अधिक रोष में आ गए और उन्होंने अपने आंदोलन को तेज करते हुए कंपनी गेट पर धरना दे दिया।
जिला श्रम अधिकारी जितेंद्र बिंद्रा ने कंपनी प्रबंधन व कर्मचारियों को मिलने के लिए बुलाया,ताकि मामले को बैठकर सुलझाया जा सके। निर्धारित समय पर कर्मचारी तो जिला श्रम अधिकारी के कार्यालय पहुंच गए,लेकिन कंपनी की तरफ से कोई नहीं आया। इसके बाद श्रम अधिकारी ने बुधवार को एक बार फिर से कंपनी को अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया है।
