#Nauniuniversity ने फैकल्टी प्रशिक्षण के लिए किया समझौता, 200 संकाय होंगे प्रशिक्षित

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DNN सोलन  (नौणी)

17 जुलाई।  डॉ॰ यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी ने शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए अध्यापक वर्ग के प्रशिक्षण के लिए ब्रिटेन की क्यूडेस्क नामक कंपनी  के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। वर्तमान में विश्वविद्यालय में चल रही आईसीएआर की राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना की संस्थागत विकास परियोजना (आईडीपी) के तहत इस समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। विश्वविद्यालय में आयोजित एक वर्चुअल कार्यक्रम में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।

विश्वविद्यालय के निदेशक अनुसंधान डॉ. रविंदर शर्मा ने विश्वविद्यालय की ओर से इस समझौते पर हस्ताक्षर किए जबकि कासपिर के सीईओ स्टुअर्ट ब्लैकलॉक ने क्यूडेस्क का प्रतिनिधित्व किया। इस कंपनी ने उच्च शिक्षा संस्थानों में शिक्षकों की दक्षता बढ़ाने के लिए वर्चुअल प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए भारतीय विश्वविद्यालय संघ के साथ भी करार किया है।

प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए आईडीपी के प्रधान अन्वेषक डॉ केके रैना ने बताया कि इस समझौते का उद्देश्य संकाय प्रशिक्षण के लिए एक वर्चुअल ढांचा प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि क्यूडेक्स में छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण विषयों पर विश्वविद्यालय के अध्यापक वर्ग को वर्चुअल प्रशिक्षण शामिल होगा। एक साल के इस समझौते के तहत विश्वविद्यालय के 200 फ़ैकल्टि मेम्बर्स इस प्लेटफॉर्म पर ऑफर किए गए 300 कोर्स में शामिल हो सकेंगे। प्रत्येक अध्यापक को कम से कम पांच कोर्स करने होंगें। कोई संकाय अगर चाहे तो पांच से अधिक कोर्स भी कर सकता है। पाठ्यक्रम ऑनलाइन शिक्षण, बैठकों के प्रबंधन, पाठ्यक्रम योजना, सीखने के परिणाम, प्रस्तुति कौशल आदि विषयों पर आधारित हैं।

 इस अवसर पर डॉ. रविंदर शर्मा ने कहा कि कोरोना महामारी ने दुनिया भर में शिक्षा को नया रूप दिया है और यह बहुत महत्वपूर्ण हो गया है कि अध्यापक वर्ग के कौशल में सुधार हो और वे आधुनिक शिक्षण पद्धतियों में नवीनतम ज्ञान से लैस हों। उन्होंने कहा कि समझौते से विश्वविद्यालय को शिक्षण की गुणवत्ता में सुधार लाने और इसका उचित प्रसार सुनिश्चित करने में अत्यधिक लाभ होगा।

स्टुअर्ट ब्लैकलॉक ने कहा कि यह साझेदारी नई शिक्षा नीति 2020 को लागू करने में मदद करेगी, जिसमें शिक्षकों का सतत प्रॉफ़ेशनल डेव्लपमेंट विकास शामिल है। उन्होंने कहा कि क्यूडेस्क\ अपने विभिन्न पाठ्यक्रमों के माध्यम से, मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मकता, सीखने के परिणामों के रचनात्मक और अनुकूल मूल्यांकन, योग्यता-आधारित शिक्षा, अनुभवात्मक शिक्षा, कला-एकीकृत और खेल-एकीकृत के बारे में नवीनतम शिक्षाशास्त्र को व्यवस्थित रूप से कवर करेगा। ब्लैकलॉक ने कहा कि वह समझौते की अवधि के दौरान विश्वविद्यालय के लिए क्यूडेक्स में माइक्रो कम्यूनिटी का निर्माण करेंगे जिससे संकाय तक सभी पाठ्यक्रमों की पहुंच होगी।

निदेशक विस्तार शिक्षा डॉ. दिवेंद्र गुप्ता,  डीन डॉ. अंजू के धीमान, डॉ. डीडी शर्मा, डॉ. कमल शर्मा, एसडब्ल्यूओ डॉ. जेके दुबे , लाइब्रेरियन डॉ. एचआर शर्मा, कुलपति के ओएसडी डॉ. एमके ब्रह्मी, सह प्रधान अन्वेषक (आईडीपी) डॉ मनीष शर्मा, डॉ निवेदिता शर्मा और विभिन्न कॉलेज के संकाय ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।

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