DNN सोलन
जिला कांग्रेस प्रवक्ता मुकेश शर्मा ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार का 6 महीने का कार्यकाल पूर्णतय निराशाजनक रहा है। बीते छह माह में सोलन जिला की भरपूर अनदेखी की गई और कोई भी ठोस विकास कार्य जमीनी स्तर पर नज़र नहीं आ रहा है। पूर्व कांग्रेस सरकार के समय पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने प्रदेश में व् जिला सोलन में अभूतपूर्व विकास कार्य किए ,केवल सोलन जिला में अरबों रूपए की विकासात्मक कार्य जनता को समर्पित किए और बहुत से ऐसे कार्य है जिनका शिलान्याश पूर्व सरकार के समय किया गया पर प्रदेश की वर्तमान भाजपा सरकार उन कार्यो को तरहीज नहीं दे रही जिस कारण विकास पूरी तरह से ठप हो गया है।
उन्होंने कहा कि अस्पताल , स्कूलों और सरकारी विभागों में कर्मचारियों की भारी कमी है ,कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है और बीते 1 मई को कसौली में अस्सिटेंट टाउन एंड कंट्री प्लानर शशि बाला का सरेआम कत्ल करना प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था का सबसे मजबूत उदाहरण है।
उन्होंने कहा कि सोलन निर्वाचन क्षेत्र की बात करें जो जिला मुख्यालय भी है वहां के सबसे बड़े अस्पताल में डॉक्टर्स व् पैरामेडिकल स्टाफ की भारी कमी है यह अस्पताल छोटी बिमारियों के मरीजों को भी रेफर करता है बड़ा इलाज़ तो यहाँ क्या होगा। कांग्रेस सरकार ने इस अस्पताल को 200 बेड का दर्जा दिया पर बीते 6 माह में मुख्यमंत्री व् सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों के आश्वाशन के बाद भी जनता डॉक्टर्स व् पैरामेडिकल स्टाफ का सिर्फ इंतज़ार कर रही है। सोलन तहसील में कर्मचारियों की भारी कमी है।
चुनाव के समय भाजपा के घोषणा पत्र में सोलन को नगर निगम बनाने की बात प्रमुखता से कही गई पर सरकार बनने के बाद शायद अब यह प्राथमिकता नहीं रही। सोलन नगर परिषद में कार्यकारी अधिकारी स्थाई पद अभी हाल में ही भरा गया। उन्होंने कहा कि पूर्व मंत्री व् स्थानीय विधायक ने सोलन के लिए यातायात समस्याओं से निजात दिलवाने के लिए 25 करोड़ की लागत से शामती बाई पास का कार्य शुरू करवाया था जो लगभग बनने को तैयार था पर अभी काम ठप है , शर्म की बात है कि 26 करोड़ से सोलन में मिनी सचिवालय कांग्रेस ने बनवाया पर बीजपे से यहाँ अभी तक रास्ता नहीं बनवाया गया जिस कारण लोगों को प्रतिदिन गड्डों वाले रास्ते से होकर सचिवालय पहुंचना पड़ता है।
70 लाख से सोलन से चम्बाघाट पैदल मार्ग का काम भी पूरी तरह रुका हुआ है , मल्टी स्टोरी पार्किंग की फाइल पर पूरी औपचारिकताएं कर फाइल रक्षा मंत्रालय में है कोई कार्यवाही नही हो रही। सैनिक रेस्ट हाउस का निर्माण होना था पर कुछ नहीं हो रहा, और वेंडर मार्किट का काम भी अधूरा छोड़ दिया और भी अनगिनत विकास कार्य है जो रुके हुए है जिस से प्रदेश की भाजपा सरकार की मंशा पर सवालिया निशान खड़ा होता है।