DNN शिमला
शिमला के विकास खण्ड टूटू की ग्राम पंचायत कोट में हथकरघा उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए हिप्पा प्रशिक्षण संस्थान अपनी अहम भूमिका निभा रहा है। जिसके तहत बुधवार को ग्राम पंचायत कोट में एक वर्ष की उपलब्धियों पर कार्यक्रम आयोजित किया। हिप्पा संस्थान ने ग्राम पंचायत कोट को गोद लिया और आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने में हस्त- निर्मित उत्पादों में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित की है। जिसमे पंचायत की करीब 25 महिलाएं आजीविका से जुड़ चुकी है ।
साथ ही आचार, सॉस चटनी जैसे उत्पादों को भी बढ़ावा मिला है। कार्यक्रम में हिप्पा संस्थान के मुख्य संकाय सदस्य परवेश बतौर अतिथि शरीक हुए और पंचायत उप-प्रधान सोम मेहता की अध्यक्षता में कार्यक्रम को संचालित किया गया। हिप्पा संस्थान के मुख्य संकाय सदस्य परवेश ने कहा कि पंचायत को गोद लेने के बाद महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की ओर प्रयास किये गए जिनके आज सार्थक परिणाम आने लगे है और महिलाओं की आर्थिकी भी सुदृढ़ हो रही है ।
इस अवसर पर ग्राम पंचायत कोट के उप-प्रधान सोम मेहता ने उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों और महिलाओं द्वारा किया जा रहे प्रयासों की सराहना की साथ ही इस तरह की आर्थिक गतिविधियों को प्रोत्साहित कर ऊंचे स्तर पर ले जाने की वचनबद्धता और सहयोग देने का आश्वासन दिया। प्रदेश में महिलाओं की आर्थिकी को सुदृढ़ बनाने के लिए घर बैठे स्वरोजगार से जोड़ा जा रहा है। जिसमे प्रदेश की करीब 300 महिलाएं रोजगार प्राप्त कर रही हैं। चीड़ की पत्तियों से निर्मित उत्पादों से महिलाओं ने लगभग 20 लाख रुपये अर्जित भी किये हैं।