DNN सोलन
सोलन में आयोजित हुई शिकायत निवारण समिति की बैठक में 4 अधिकारी बैठक में नहीं पहुंचे। जबकि कई गैर सरकारी सदस्यों ने भी बैठक से किनारा किया। जिसके कारण यह बैठक चर्चा में रही। बैठक की अध्यक्षता कर रहे सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डा. राजीव सैजल ने भी इस मामले में नाराजगी जताई। अहम बात यह रही कि जिन गैर सदस्य के मद बैठक में लगे थे। मंत्री ने यह तक कह डाला कि यदि गैर सरकारी सदस्यों के पास बैठक के लिए समय नहीं है, तो उनके स्थान पर नए सदस्य भी नियुक्ति किए जा सकते है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सहकारिता मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि जन समस्याआं का तार्किक निदान करना जिला शिकायत निवारण समिति का मुख्य उद्देश्य है। डॉ. सैजल ने कहा कि यह बैठक विभिन्न विभागों को पूरे जिला में योजना कार्यान्वयन के संबंध में आ रही कमियों को दूर करने का भी एक मंच प्रदान करती है। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे बिना किसी पूर्वाग्रह के समस्याओं को सुलझाने की दिशा में कार्य करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अधिकारियों एवं कर्मचारियों के माध्यम से जन-जन की शिकायतों एवं समस्याओं के निवारण के लिए काम करती है। अधिकारियांे एवं कर्मचारियों का इस दिशा में सकारात्मक एवं संवेदनशील रवैया आवश्यक है।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने उपायुक्त सोलन को निर्देश दिए कि आज की बैठक से बिना किसी सूचना के अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों के विरूद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि इस बैठक में सभी गैर सरकारी सदस्यों का उपस्थित रहना आवश्यक है। गैर सरकारी सदस्यों को भी इस बैठक के महत्व को समझना होगा।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे राज्य सरकार से योजनाओं के लिए धन प्राप्त करने और भूमि की निशानदेही जैसे मामलों में संबंधित अधिकारियों के साथ नियमित संवाद बनाए रखें।