DNN बददी, 16 नंवबर। उपमंडल बददी के तहत ग्राम पंचायत पंचायत के सूरजपुर के प्रसिद्व शास्त्रीय संगीत के गायक शुकदेव मधुर को न्यूजीलैंड में संगीत सम्मान से नवाजा गया है। इंडियन वीकेंडर पत्रिका द्वारा आयोजित इस भव्य समारोह में न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री स्वयं दो से तीन घंटे मौजूद रहे। गांव सूरजपुर श्री हरिपुर बाबा जी के चरणों में बसा एक गांव है जो कि बददी तहसील जिला सोलन में पड़ता है इसी सूरजपुर में जन्मे पंडित शुकदेव मधुर ने ना केवल सूरजपुर, बददी और हिमाचल प्रदेश को गौरवान्वित किया अपितु सात समुन्दर पार न्यूजीलैंड की धरती पर वहां की सरकार प्रधानमंत्री के हाथों हिन्दूस्तानी क्लासिक म्यूजिक के द्वारा भारत का म्यूजिक राजदूत की तरह विदेशों में देश की विरासत को कायम करने और प्रचार और प्रसार कर भारत की तरफ न्यूजीलैंड को आकर्षित करने का एक जरिया बने। भारत की सांस्कृतिक कला को विदेशों में निखारने का एक जरिया बनने पर न्यूजीलैंड की सरकार ने पंडित शुकदेव मधुर को संगीत के प्रति उनके प्रेम ,समर्पण और उनकी सेवाओं को सम्मानित किया है । शुकदेव मधुर को इससे पूर्व भी 1993 में भारत के पूर्व राष्ट्रपति स्व. शंकरदयाल शर्मा द्वारा शुकदेव मधुर के शास्त्रीय संगीत के शिक्षण और विकास को बढ़ावा देने के प्रति उनके समर्पण को देखते हुए प्रदान किया था । न्यूजीलैंड की धरती पर पहुंच कर पंडित शुकदेव मधुर ने हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत के पीछे एक प्रेरक शक्ति बन गए जब उन्होंने सरगम स्कूल आफ इंडियन म्यूजिक की न्यूजीलैंड की धरती पर स्थापित कर ना केवल संगीत के प्रति अपने समर्पण को चार पंख लगाए बल्कि पंडित मधुर ने विदेश की धरती पर भी युवा प्रतिभाओं का पोषण और मार्गदर्शन भी किया और अपनी खोज भी जारी रखी जिसमें से कईं अपने आप में कुशल संगीतकार भी बन गए। सरगम स्कूल के माध्यम से उन छात्र और छात्राओं ने आकलैंड में एक ऐसा वातावरण तैयार कर दिया जहां सैकड़ों छात्र और छात्राएं भारतीय संगीत की समृद्ध परम्पराओं को सीख रहे हैं और सीख चुके हैं । शुकदेव मधुर के अथक प्रयासों ने हिन्दुस्तानी संगीत को न्यूजीलैंड के बहुसांस्कृतिक ताने-बाने का एक जीवन्त हिस्सा बना दिया है , मधुर ने यहीं नहीं अपितु फिजी , आस्ट्रेलिया,और संयुक्त राज्य अमेरिका के कईं अन्तराष्ट्रीय मंचों पर भी शास्त्रीय संगीत के माध्यम से भारत का प्रतिनिधित्व किया है । विश्वमंच पर भारतीय संगीत के माध्यम से न्यूजीलैंड की धरती पर भारत के विदेश मंत्री डा. एस जयशंकर के लिए उन्होंने संगीतमय स्वागत किया जिसमें एक सांस्कृतिक राजदूत के रूप में चल रही उनकी भूमिका को प्रदर्शित करता है जिसके एस जय शंकर ने प्रशंषा भी की है । हरिओम योगा सोसाईटी बददी के अध्यक्ष डा. श्रीकंात शर्मा, महासचिव कुलवीर आर्य व हिमुडा सोसाईटी अध्यक्ष मनु शर्मा ने कहा कि न्यूजीलैंड सरकार द्वारा और वहां की अनेकों अनेक सांस्कृतिक संस्थाओं द्वारा पंडित शुकदेव मधुर का सम्मान हम हिमाचल वासियों का सम्मान है आज हर हिमाचल वासी स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा है।