DNN शिमला (रमेश वर्मा)
पहाड़ो की ऊबड़खाबड़ सड़कों पर साइकल का रोमांचक सफर शुरू होगा। इस बार इस रोमांच के सफर पर देश की सरहदों की सुरक्षा में अपने अंग गवां चुके जवान भाग ले रहे है। बीएसएफ और आदित्य मेहता फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस पैरा इनफिनिटी राइड साइकिल रैली में 36 प्रतिभागी दस दिन में 700 किलोमीटर का सफर तह करेगे। पैरा इनफिनिटी राइड साइकिल रैली को शिमला के रिज मैदान से हिमाचल पुलिस महानिदेशक एसआर मरड़ी साइकिल रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
रैली में बीएसएफ के ऐसे जवान भी भाग ले रहे हैं, जो सीमाओं पर सेवाएं देते हुए दुर्घटनाओं का शिकार हुए हैं और अपने अंग गवा चुके है जो रैली के माध्यम से देश के दिव्यांगजनों को मानसिक और शारीरक आघात से उबरने की का सन्देश देंगे । रैली शिमला से शुरू होकर 5 अगस्त को नारकंडा, 6 अगस्त को रामपुर, 7 अगस्त को कल्पा, 8 अगस्त को पूह, 9 अगस्त को नाको, 10 अगस्त को ताबो, 11 अगस्त को काजा, 12 अगस्त को लोसर, 13 अगस्त को छात्रु, 14 अगस्त को पालछन और 15 अगस्त को रोहतांग होते हुए मनाली पहुंचेगी। जहा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू रैली के समापन पर मुख्य अतिथि होंगे। सीमा सुरक्षा बल पश्चिमी कमान के एडीजी कमल नयन चौबे ने कहा कि रैली के आयोजन का मकसद देश के दिव्यांगजनों को मानसिक और शारीरक आघात से उबरने की प्रेरणा देना है। रैली में बीएसएफ के ऐसे जवान भी भाग ले रहे हैं, जो सीमाओं पर सेवाएं देते हुए दुर्घटनाओं का शिकार हुए हैं और ये जवान दिव्यंगो को सन्देश देंग्गे यदि किसी वजह से अपना कोई अंग नही है तो उनमे होसला जज्बा है तो वे भी दुसरो की तरफ सब कुछ कर सखते है। उन्होंने कहा की रैली के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इतजाम किये गए है।