सोलन में कैदियों को बताए नशे के दुष्प्रभाव, की गई 138 कैदियों एवं कारागार के कर्मचारियों की स्वास्थ्य जांच

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DNN सोलन

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा नशा निवारण अभियान के अंतर्गत आज जिला कारागार सोलन में कारागार के अधिकारियों, कर्मचारियों एवं कैदियों के लिए ओपीडी आयोजित की गई। यह जानकारी स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के एक प्रवक्ता ने दी। उन्होंने कहा कि ओपीडी में 138 कैदियों एवं कारागार के कर्मचारियों की स्वास्थ्य जांच की गई। जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अजय सिंह ने इस अवसर पर सभी को नशे के विरूद्ध जागरूक किया। डॉ. अजय सिंह ने इस दौरान नशे की प्रवृति का आकलन किया तथा सभी को नशे के दुष्प्रभावों की जानकारी प्रदान की।
डॉ. अजय सिंह ने कहा कि नशा व्यक्ति के शरीर पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। नशा पीडि़त व्यक्ति को कैंसर जैसे भयानक रोग होने का खतरा बढ़ जाता है। नशा पीडि़त व्यक्ति शीघ्र क्रोधित हो जाता है और कई प्रकार के श्वास रोग उसे ग्रसति कर देते हैं। उन्हांेने कहा कि नशे से व्यक्ति की गुर्दे व लीवर की कार्यप्रणाली भी प्रभावित होती है। नशा हमारी पाचन क्रिया को भी कमज़ोर करता है। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने कहा कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा नशे के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए जिले के विभिन्न स्थानों पर जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इन कार्यक्रमों में लोगों की स्वास्थ्य जांच के साथ-साथ नशे के दुष्प्रभावों की भी जानकारी प्रदान की जा रही है।
इस अवसर पर मनोचिकित्सक डॉ. कुशल वर्मा ने कैदियों का प्रश्नावली एवं वैज्ञानिक आधार पर आकलन किया। प्रश्नावली के माध्यम से कैदियांे में विभिन्न प्रकार के नशे की प्रवृति का मूल्यांकन किया गया। सभी कैदियों के समक्ष नशे के दुष्प्रभाव तथा इससे हो रही बीमारियों की जानकारी दी गई। कैदियों को बताया गया कि जब वे अपना सामान्य जीवन आरंभ करेंगे तो उन्हें नशे के दुष्प्रभावों को सदैव स्मरण रखना होगा।

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