DNN सराहां (सुरेश कुमार)
सराहां चंडीगढ़ सड़क की हालत बद से बत्तर हो गई है। 42 किमी लम्बी इस सड़क के 14/0 से 27/0 तक के भाग पर 90 फीसदी टारिंग उखड़ चुकी है। दशकों से विवादों में चल रही इस सड़क का सुधार होना अभी भी लोगों के लिए अभी भी परेशानी का सबब बना हुआ है। पच्छाद क्षेत्र चंडीगढ़ हरियाणा को सबसे कम दूरी से जोड़ने वाली यह सड़क आज भी बदहाली के आंसूं बहा रही है। हालांकि इस सड़क को पक्का करने के लिए वर्ष 2007 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने 7 करोड़ 16 लाख 80 हजार का बजट मंजूर कर इसका भूमि पूजन किया था लेकिन बीते 12 वर्षों से इस सड़क का सुधार नही हो पाया है। बीते 12 वर्षों में प्रदेश की दोनों सरकारें इस सड़क निर्माण को करवाने में पूरी तरह विफल रही हैं।
गौर हो कि इस सड़क के छबीयों से लेकर हरियाणा सिमा तक के 28 किमी इस सड़क भाग के निर्माण कार्य पर इन 12 वर्षों में ठेकेदार जरूर बदले गए लेकिन इस सड़क की तकदीर नही बदल पाई। सड़कें लोगों की भाग्य रेखाएं मानी जाती हैं लेकिन घिन्नी घाड़ के लोगों के लिए यह सड़क भारी मुश्किलों व परेशानियों के अलावा कुछ नही बन पाई। मसलन घिन्नी घाड़ के लोग दोनों ही सरकारों से अपने को ठगा सा महसूस कर रहे हैं।
करीब 14 किमी सड़क भाग पर लगभग 80 फीसदी से ज्यादा इस सड़क भाग की टारिंग उखड़ चुकी है जिसके लिए इस पर पूनः टारिंग करने के लिए विभाग द्वारा उच्च अधिकारियों को प्रस्ताव पारित कर दिया गया है। जैसे ही इसका बजट आएगा कार्य करवा दिया जाएगा हालांकि इसके पेचवर्क के लिए टेंडर हो चुके है। अभय चौहान एसडीओ लोक निर्माण विभाग सराहां।
मामले में कृषि विपणन बोर्ड अध्यक्ष बलदेव भण्डारी ने कहा कि 29 जून को लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक है। जिसमे इस सड़क के सुधार के लिए चर्चा की जाएगी।