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दून के पूर्व विधायक राम कुमार चौधरी ने कहा कि प्रदेश भाजपा सरकार की पहली विधायक प्राथमिकता बैठक में दून विधायक द्वारा सीएचसी का दर्जा घटाकर पीएचसी करने की मांग दुर्भाग्य पूर्ण है। अगर विधायक को सी.एच.सी. और पी.एच.सी. में फर्क ही नहीं पता तो फिर दून की जनता विकास की उम्मीद छोड़ दे। अभी तक दून में भाजपाइयों के सिर से जीत का नशा ही नहीं उतर रहा। जनता को विकास के सब्जबाग दिखाने वाली भाजपा खुद किस अंधेरे में खो गई है पता नहीं। पूर्व विधायक राम कुमार चौधरी ने कहा कि कांग्रेस कार्यकाल में प्रथामिक स्वास्थ्य केंद्र बद्दी को 2 बार अपग्रेड किया जा चुका है। पीएचसी से सीएचसी और सीएचसी से सिविल अस्पताल बनाने की अधिसूचना 14 सितंबर 2017 को जारी हो चुकी है। जिस अस्पताल को पहले ही 50 विस्तर का कर दिया गया था उसे दून विधायक 30 विस्तर का करने की मांग कर रहे हैं। चौधरी ने कहा कि आज दून की जनता भाजपा को सत्ता में लाकर पछता रही है। दून में अव्यवस्था का राज है और नशा माफिया के दबाब में अधिकारी बदले जा रहे हैं। सीएम का नालागढ़ दौरे का जहां पूरे प्रदेश में तमाशा बना। वहीं दो अधिकारियों पर गिरी गाज की पूरे प्रदेश में आलोचना हो रही है। चौधरी ने कहा कि दून विधायक जीत के नशे से बाहर आएंगे और विकास तथा जनहितों की बात करें। अगर अपग्रेड स्वास्थ्य संस्थानों को डीअपग्रेड करने जैसी मांगे चलती रहीं तो फिर दून का भगवान की रखवाला है।
इस मौके पर पूर्व विधायक राम कुमार चौधरी के साथ दून ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष राम प्रकाश रनोट, शहरी कांग्रेस प्रधान संजीव कुमार संजू, संडोली के प्रधान भाग सिंह कुंंडलस, मलपुर के प्रधान पोला राम चौधरी, बरोटीवाला के प्रधान राम रत्न चौधरी, उपप्रधान हितेंद्र सोनू, युवा नेता प्रदीप धीमान, राजेंद्र गट्ट, सुशील कौशल, रमन कौशल समेत अन्य कांग्रेस पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
