महिलाओं से श्री अन्न को आहार का हिस्सा बनाने का किया आग्रह

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DNN नौणी (सोलन)

15 मार्च। पद्म श्री पुरस्कार विजेता और हिमाचल के मिलेट मैन के नाम से प्रसिद्ध नेक राम शर्मा ने छात्रों और महिलाओं से श्री अन्न (मिलेट्स) को आहार का हिस्सा बनाने में अग्रणी भूमिका निभाने का आग्रह किया। नेक राम शर्मा डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी में महिला दिवस समारोह और श्री अन्न पर महिला किसान-वैज्ञानिक और छात्र संवाद में हिस्सा ले रहे थे।

उन्होंने कहा कि अस्वास्थ्यकर भोजन और रासायनिक आधारित खेती का मानव स्वास्थ्य पर असर हुआ है और महिलाओं को इसका सबसे अधिक खामियाजा भुगतना पड़ा है। उन्होंने कहा कि चूंकि महिलाएं आहार के प्रबंधन के माध्यम से अपने परिवार को स्वस्थ रखने में अग्रणी भूमिका निभाती हैं, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि उन्हें श्री अन्न और इसके कई स्वास्थ्य लाभों के बारे में जागरूक किया जाए। श्री अन्न के स्वास्थ्य लाभों के बारे में विस्तार से बताते हुए नेक राम ने कहा कि भारतीय संतों और गांव के लोग इन सुपरफूड्स के बारे में जानते थे और इसलिए साल भर में 18 प्रकार के अनाज उगा कर मिश्रित आहार खाते थे।

इससे पहले, महिला प्रेरक और हिमाचल की पहली पूर्ण-महिला प्राकृतिक कृषि-आधारित कृषक उत्पादक कंपनी (एफपीसी) की अध्यक्ष राधा देवी ने एक पूर्ण-महिला एफपीसी की स्थापना की अपनी कहानी और यात्रा साझा की। उन्होंने प्राकृतिक खेती के लाभों के बारे में बात की और बताया कि कैसे उनका एफपीसी कृषि व्यवसाय के माध्यम से महिला सशक्तिकरण की दिशा में काम कर रहा है।

सभा को संबोधित करते हुए, कुलपति प्रोफेसर राजेश्वर सिंह चंदेल ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों, विशेषकर कृषि में महिलाओं की प्रमुख भूमिका का महत्व सब जानते है। उन्होंने कहा कि यद्यपि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को मनाया जाता है, लेकिन महिलाओं के जीवन और सफलता को हर दिन मनाया जाना चाहिए और केवल एक विशेष दिन तक सीमित नहीं रखना चाहिए। उन्होंने खेल और अभिनय सहित विभिन्न क्षेत्रों में हिमाचल की सफल महिलाओं के उदाहरणों के बारे में बताया और ‘द एलिफेंट व्हिस्परर्स’ के निर्माताओं का उदाहरण भी दिया, जिसने सर्वश्रेष्ठ लघु वृत्तचित्र के लिए हाल ही में अकादमी पुरस्कार जीतकर भारत का नाम रोशन किया।

इस अवसर पर छात्रों ने महिलाओं के जीवन और बलिदान पर गीत और कविताएं भी प्रस्तुत कीं। कृषि में महिलाओं के महत्व और श्री अन्न को बढ़ावा देने के लिए महिला दिवस पर शुरू हुई श्री अन्न पोस्टर प्रतियोगिता के पुरस्कार भी इस अवसर पर बांटे गए। कृतिका और कृष्णा ने इस प्रतियोगिता में पहला पुरस्कार जबकि नेहा और निवेदिता ने दूसरा पुरस्कार जीता। मुस्कान और आस्था ने तीसरा पुरस्कार अपने नाम किया। बागवानी महाविद्यालय की ओर से प्रथम एवं द्वितीय सांत्वना पुरस्कार क्रमश: शोक एवं स्वधा सूद तथा वानिकी महाविद्यालय की वर्णिका एवं नीतिका राणा ने जीता। इस कार्यक्रम को आईसीएआर एनएएचईपी की संस्थागत विकास परियोजना के सहयोग से आयोजित किया गया था।

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