DNN शिमला
23 मार्च। पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) शिमला ने बचत भवन, शिमला में “वार्तालाप” का आयोजन किया। वार्तालाप, सूचना और प्रसारण मंत्रालय की मीडिया आउटरीच रणनीति का एक हिस्सा है जिसका उद्देश्य सरकार और जनता के बीच समन्वय स्थापित करना है। वार्तालाप का प्रमुख विषय ग्रामीण इलाकों में प्रभावी सूचना- प्रवाह के लिए स्थानीय मीडिया और सरकारी सूचना संचार प्रणाली के बीच समन्वय स्थापित करना था । इस कार्यक्रम द्वारा विभिन्न मीडिया संगठनों के पत्रकारों को एक साथ लाया गया और सरकार और मीडिया के मध्य आपसी हित के विषयों पर चर्चा करने के लिए एक मंच प्रदान किया गया। मीडिया के साथ एक संवादात्मक सत्र भी आयोजित किया गया जहां विशेषज्ञ वक्ताओं और पीआईबी अधिकारियों द्वारा विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, शिवम प्रताप सिंह, एडीसी शिमला ने सरकार की कल्याणकारी योजनाओं और सूचना प्रसार में मीडिया की भूमिका के बारे में लोगों में जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “मीडिया जनता तक सूचना प्रसारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है । ‘वार्तालाप‘ जैसे कार्यक्रम सरकार और मीडिया को एक साथ काम करने और जमीनी स्तर पर गंभीर मुद्दों को संबोधित करने का अवसर प्रदान करते हैं।”उन्होने इस बात पर भी जोर दिया कि किसी भी सरकारी योजना का लाभ वास्तविक लाभार्थी तक पहुंचना चाहिए और इसके लिए फर्जी लाभार्थियों की संख्या को कम करने के लिए तकनीकों का अधिकतम उपयोग होना चाहिए।
पीआईबी शिमला के उप निदेशक श्री संजय कुमार ने कार्यक्रम की मेजबानी पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा “प्रभावी संचार सरकार और जनता के बीच महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और इसमें सूचना प्रसारण मंत्रलाय के विभिन्न विभाग बहुत ख़ास योगदान करते हैं। यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि सटीक और समय पर जानकारी लोगों तक पहुंचे और वार्तालाप जैसे कार्यक्रम मीडिया और सरकार को इस लक्ष्य की दिशा में मिलकर काम करने के लिए, एक मंच प्रदान करते हैं।” केंद्रीय संचार ब्यूरो चंडीगढ़ की उप निदेशक श्रीमती संगीता जोशी ने भारत सरकार की कल्याणकारी योजनाओं पर विस्तृत प्रस्तुति दी। ऐसी कार्यशालाओं के महत्व के बारे में पूछे जाने पर, उन्होंने कहा, ” ‘वार्तालाप‘ कार्यशाला सरकार और मीडिया के बीच समन्वय करने के लिए एक उत्कृष्ट पहल है। ‘वार्तालाप‘ मीडिया को जानकारी और सरकार के प्रयासों और पहलों को समझने और सही प्रचार करने के लिए एक मंच प्रदान करती है ।”