DNN नाहन
29 मार्च। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला के तहत नाहन-कुमारहट्टी नेशनल हाईवे-907ए पर स्थापित हुआ रोलिंग बैरियर गॉर्डरेल सिस्टम रोल मॉडल बनकर उभरा है। लिहाजा केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने भी इस रोलिंग बैरियर गॉर्डरेल सिस्टम पर खुशी व्यक्त की है।
दरअसल केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने नाहन-कुमारहट्टी पर स्थापित किए गए रोलिंग बैरियर गॉर्डरेल सिस्टम को वीडियो सहित अपलोड कर इस पर प्रसन्नता जाहिर की है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि पायलट प्रोजेक्ट के रूप में हिमाचल प्रदेश में एनएच-907ए नाहन से कुमारहट्टी पर रोलिंग बैरियर गॉर्डरेल सिस्टम को सफलतापूर्वक स्थापित किया गया है। यह सरल रूप से इंजीनियर प्रणाली विशेष रूप से पहाड़ी क्षेत्रों में सड़क हादसों को रोकने में मददगार साबित होगी। केंद्रीय मंत्री गडकरी ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सड़क हादसों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति के अनुरूप केंद्र सरकार विश्वस्तरीय तकनीक अपनाकर भारत की सड़कों को पहले से कहीं ज्यादा सुरक्षित बनाने के लिए कटिबद्ध है।
दरअसल कुछ ही समय पहले नेशनल हाईवे अथॉरिटी द्वारा नाहन के समीप कारमल स्कूल के साथ उक्त हाईवे पर यह रोलिंग बैरियर गॉर्डरेल सिस्टम स्थापित किया गया है। यहां अक्सर सड़क हादसों का अंदेशा बना रहता है। यहां तक की कई हादसे भी यहां पेश आ चुके है। ऐसे में हाईवे पर अपनाई गई यह तकनीक अपने में खास है, क्योंकि यदि कोई दुर्घटना होती है, तो वाहन इन बेरियर से टकराकर दोबारा से मुख्य मार्ग पर आ जाता है।
दूसरी तरफ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के ट्वीट पर हिमाचल भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं नाहन के विधायक डॉ राजीव बिंदल ने भी खुशी व्यक्त करते हुए इस गर्व का विषय करार दिया। उन्होंने कहा कि नाहन के समीप हाईवे पर हिमाचल में पहली बार यह बेरियर लगाए गए, जिसने अपनी एक अलग पहचान बनाई है। डॉ बिंदल ने कहा कि ऐसा नहीं है कि यह काम पहले नहीं हो सकता था, लेकिन सड़क की गुणवत्ता में सुधार हो और दुर्घटनाओं पर अंकुश लग सके, इस दिशा में वर्तमान सरकार ने प्रयास किए। यही वजह है कि रोलर क्रेश बेरियर को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है। बिंदल ने बताया कि इन्हें स्थापित करने के लिए भी केंद्र सरकार से ही राशि जारी हुई थी, जिसके लिए वह केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का आभार व्यक्त करते है।
दूसरी तरफ स्थानीय लोगों ने भी इन रोलिंग बैरियर की सराहना की है। लोगों का कहना है कि इन बैरियर के स्थापित होने के बाद हादसों का खतरा कम हुआ है। हाल ही में एक ट्रक का भी इन बेरियर से टकराने के बाद बचाव हो गया और चालक व परिचालक की जान बच गई। उन्होंने कहा कि इससे पहले जब यहां यह बेरियर स्थापित नहीं थे, इस समय यहां हर समय हादसों का खतरा बना रहता था और बहुत से हादसे भी यहां हो चुके थे। ऐसे में सरकार का किया गया यह प्रयास सराहनीय है।कुल मिलाकर आधुनिक तकनीक से तैयार रोलिंग बैरियर गॉर्डरेल सिस्टम आज दुर्घटनाओं को रोकने में अहम भूमिका निभा रहा है।