DNN कुल्लू
22 फरवरी। उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने कहा कि प्रदेश सरकार के कार्यक्रम के अनुसार जिला में आगामी 27 फरवरी को सघन पल्स पोलियो अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान जिला के शून्य से पांच साल आयु के 34,540 बच्चों को पोलियो खुराक पिलाई जाएगी। इसके लिये जिला में स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। उनहोंने कहा कि जिला में कुल 3073 गांव हैं जिनमें कुल 95751 घर हैं। पिछले साल 35917 बच्चों को पोलियो खुराक उपलब्ध करवाई गई थी। 28 व 29 फरवरी को मोबाईल टीमें छूटे बच्चों को पोलियो खुराक उपलब्ध करवाएंगी।आशुतोष गर्ग ने अभियान को 100 फीसदी सफलता प्रदान करने के लिये आयुर्वेद, बाल विकास परियोजना, शिक्षा, पुलिस, परिवहन, डीआरडीए विभागों के अलावा स्वंय सेवी संस्थाओं व निजी एजेन्सियों के सहयोग की अपील की है।मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुशील चन्द्र शर्मा ने कहा कि जिला के समस्त चिकित्सा खण्डों को अभियान को सफल बनाने के लिये कुल 24 वाहनों की आवश्यकता पड़ेगी। उन्होंने 12 वाहनों के लिये उपायुक्त से आग्रह किया। जिला में कुल 13 ट्रांजिट स्थलों पर बच्चों का पता लगाकर उन्हें पोलियो खुराक दी जाएगी। कुल 402 बूथ स्थापित किये गये हैं जिनमें 1594 बूथ सदस्य तैनात किये जाएंगे। उन्होंने कहा कि जिला की स्थाई आबादी के अलावा सभी प्रवासी बच्चों को भी खुराक पिलाई जाएगी।21 फरवरी से सात मार्च तक चलेगा क्षयरोग सर्वेक्षण कार्यक्रम
क्षयरोग उन्मूलन समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने कहा कि जिला में क्षयरोग सर्वेक्षण कार्यक्रम 21 फरवरी से 7 मार्च तक चलेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश को 2025 तक क्षयमुक्त बनाने का लक्ष्य रखा है और प्रदेश सरकार ने इस लक्ष्य को 2025 से पहले हासिल करने का लक्ष्य निश्चित किया है। उन्होंने जिला को क्षयरोग मुक्त बनाने में स्वास्थ्य, आयुर्वेद, शिक्षा, बाल विकास परियोजना व डीआरडीए विभागों के सहयोग की अपील की है। उपायुक्त ने विभाग को एक्टिव केस फांईण्डिग अभियान चलाने को कहा। उन्होंने कहा कि ग्राम सभाओं में भी क्षयरोग के बारे में जानकारी दी जानी चाहिए।
जिला में क्षयरोग की स्थिति पर प्रस्तुति देते हुए जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ. सुरेश ने कहा कि देश में प्रति लाख 188 क्षयरोग के मरीज हैं जिन्हें 48 तक लाना है। मृत्यु दर को 38 से शून्य तक लाने का लक्ष्य है। उन्होंने अवगत करवाया कि प्रदेश में कुल 14725 क्षयरोगियों का उपचार किया गया है। जिला में कुल 1453 क्षयरोगियों में 300 प्रवासी शामिल हैं। जिला में उपचार सफलता 88.09 फीसदी है। क्षयरोग के साथ एचआईबी के जिला में 8 मामले हैं। उन्होंने कहा कि इसकी जांच जिला के सभी चिकित्सा खण्डों में की जा रही है। जिला में कुल 18 उपचार केन्द्र हैं तथा दो सीबी नॉट मशीनें उपलब्ध हैं। सभी खण्डों में एक्स-रे सुविधा भी उपलब्ध है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि क्षयरोगियों के सभी परीक्षण निःशुल्क किये जा रहे हैं। एआरटी सेंटर मण्डी आने व जाने का किराया तथा सभी दवाईयां मुफ्त में प्रदान की जाती हैं। उन्होंने कहा पिछले तीन सालों में जिला में 6300 लोगों को उपचार के दौरान 500 रुपये प्रति माह की दर से सहायता राशि प्रदान की गई है। डीआरटीबी मरीजों को हर माह 1500 रुपये सहायता राशि प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिला में पांच टीमों द्वारा पांच जगहों पर क्षयरोग सर्वेक्षण किया जाएगा।
बैठक में जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. कपूर, विभिन्न विभागों के अधिकारी, रोटरी क्लब के अध्यक्ष, लॉयन्स क्लब के प्रतिनिधि, सरकारी व गैर सरकारी सदस्य उपस्थित रहे।