Dnewsnetwork
सोलन, 5 सितंबर : सोलन के लोगों के साथ करीब 12 लाख रुपए की आनलाइन ठगी के मामले में सोलन पुलिस (Solan Police) ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक महिला भी शामिल है।
एसपी गौरव सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस मामले की जांच के दौरान पाया गया कि
धोखाधड़ी करने वाले व्यक्ति उतराखंड के सितारगंज व नानकमता क्षेत्र से है जोकि नेपाल बार्डर के साथ का इलाका है। यहां से टीम भेजकर पुलिस थाना सदर सोलन की टीम द्वारा उक्त स्थानों पर दबिश देकर 02 आरोपियों राज सिंह निवास गांव व डाकखाना इस्लामनगर तह० नानकमता जिला उधमनगर उतराखंड 31 वर्ष व पूजा पुत्री श्री सुशील कुमार निवासी गांव सितारगंज उतराखंड को गिरफ्तार करके उनके कब्जा से ठगी की करीब 6 लाख रुपए की राशि को बरामद भी कर ली गई है। दोनों आरोपियों को गहनता से पूछताछ की जा रही है। जांच के दौरान पाया गया कि शिकायतकर्ता द्वारा अलग अलग बैंक खातों में डाली गई राशि में से कुछ राशि इन दोनों आरोपियों ने बैंक खातों में घुमाकर दूसरे खाते में डालकर फिर चैक के माध्यम से निकाल ली थी। मामले की जांच जारी है।
यह है मामला ऐसे हुई ठगी
कोटला निवासी दलीप कुमार ने पुलिस थाना सदर सोलन में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि इन्हें एक अनामिका नाम से टेलीग्राम पर मैसेज आया कि उनकी कम्पनी प्रिंस लाइन डाट काम होटल एंड प्रापर्टीस के रिव्यू का काम देती है जिसको करने से 1500 से 1800 रुपए तक की कमाई हो जाती है, परन्तु इसके लिए इन्हें 60 आर्डर पूरे करने होते हैं । जिस पर इन्होंने इस पर काम करना शुरू कर दिया। शुरू में इनका काम ठीक चल रहा था जिसमें इन्होंने काम पूरा किया और पैसे भी निकाल लिए। कुछ समय बाद इन्हें जो आर्डर आया उसमें उन्होंने प्रीमियम आर्डर के नाम पर इनसे अलग-2 खातों में पैसे डलवाने शुरू कर दिए । पहले तो बाकी दिनों की तरह सामान्य रहा परन्तु 27 अगस्त 2025 को राशि ज्यादा हो गई। उक्त राशि को बचाने के लिए उन्होंने इनसे पैसे मांगे जिस पर इन्होंने जैसे तैसे करके आर्डर पूरा किया । उसके बाद इन्हें शक हुआ कि वे लोग इसके साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी कर रहे है तथा इन्होंने उनके अलग-2 बैंक खातों में करीब 12 लाख रुपए डाले जो उक्त कम्पनी द्वारा इनके साथ 12 लाख रुपए की ऑनलाइन ठगी की है। इसके बाद शिकाायत के आधार पर पुलिस ने थाना सदर सोलन में मामला दर्ज करके जांच शुरू की। जांच के दौरान सोलन पुलिस की साइबर सेल द्वारा शिकायतकर्ता के बैंक ट्रांजैक्शन को चैक किया गया तथा संदिग्ध खातों की जानकारी संबंधित बैंकों से प्राप्त करके अवलोकन किया गया। इसके अतिरिक्त बैंकों से प्राप्त बैंक डिटेल, के.वाई.सी व संबंधित मोबाइल कम्पनी से मोबाइल नंबरों की डिटेल प्राप्त करके उनकी जांच के बाद मामले में दो आराेपियों को गिरफ्तार किया गया है।