DNN सोलन
प्रदेश में भाजपा सरकार आई है तबसे सोलन नगर परिषद में भाजपा की गुटबाजी सामने आई है। नौ माह में सोलन नप के आठ ईओ बदले जा चुके हैं जिससे लोगों के विकास के कार्य नहीं हो पा रहे है। विकास कार्यो के लिए बिना ईओ के टेंडर नहीं हो पा रहे हैं। अब अपनी नाकामियों को छिपाने व लोग उनसे विकास को लेकर कोई सवाल न पूछे इसके लिए इस्तीफों का नाटक कर रहे हैं। भाजपा समर्थित नौ पार्षदों ने यदि इस्तीफा देना ही था तो एसडीएम को देना चाहिए था न कि भाजपा मंडल अध्यक्ष को। यह तो मात्र ड्रामा किया गया है। यह बात कांग्रेस समर्थित पूर्व पार्षदों ने बुधवार को सोलन में आयोजित प्रेसवार्ता में कहे। पूर्व पार्षद व कांग्रेस जिला मीडिया कोऑर्डिनेटर अमन सेठी, पूर्व पार्षद राजीव कौडा, कृष्ण ग्रोवर, कांग्रेस जिला महासचिव रोहित शर्मा व शहरी युवा कांग्रेस के अध्यक्ष पुनीत नारंग ने संयुक्त रूप से कहा कि नियम के मुताबिक इस्तीफे एसडीएम को देकर हाउस को भंग करने की मांग करनी चाहिए थी न कि भाजपा मंडल अध्यक्ष को देकर ड्रामा करते।