हिमाचल प्रदेश में विजिलैंस एंड एंटी क्रप्शन ब्यूूरो की टीम ने कुल्लू में खाद्य सुरक्षा विभाग की सहायक आयुक्त, खाद्य सुरक्षा अधिकारी और चपड़ासी को 1 लाख 10 हजार रुपए की रिश्वत के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। एक शिकायत को दबाने की एवज में यह रिश्वत मांगी जा रही थी, लेकिन होटल मालिक ने मामले की शिकायत विजिलैंस एंड एंटी क्रप्शन ब्यूूरो में कर डाली। जिसके बाद ब्यूरो ने यह कार्यवाही कर डाली। आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
विजिलैंस एंड एंटी क्रप्शन ब्यूूरो के अनुसार खाद्य सुरक्षा विभाग की सहायक आयुक्त भविता टंडन ने एक शिकायत दबाने के लिए एक होटल कारोबारी से 2 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। इस पर होटल कारोबारी ने इसकी सूचना विजिलैंस विभाग को दी, जिस पर विजिलैंस की टीम ने जाल बिछाया। शिकायतकर्ता जब मांगी गई रिश्वत के पैसों में से 1 लाख 10 हजार रुपए देने दफ्तर पहुंचा तो भविता टंडन ने रिश्वत की रकम खाद्य सुरक्षा अधिकारी पंकज को देने को कहा। वहीं पंकज ने यह रकम वहां मौजूद चपड़ासी केशव राम को देने के लिए कहा। विजिलैंस एंड एंटी क्रप्शन ब्यूूरो के अनुसार शिकातकर्ता ने जैसे ही चपड़ासी को रुपए सौंपे तो वैसे ही टीम ने तीनों को रंगे हाथों दबोच लिया। वहीं रिश्वत की रकम को भी बरामद कर लिया। जानकारी मिली है कि सहायक आयुक्त ने ये रिश्वत होटल में गलत ब्रांड वाले पापड़ और असुरक्षित खाना पकाने का तेल रखने से जुड़े नोटिस काे दबाने के लिए मांगी थी। विजिलैंस एंड एंटी क्रप्शन ब्यूूरो के एसपी कुलभूषण वर्मा ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि विजिलैंस की टीम ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और अब इस मामले में आगामी कार्रवाई की जा रही है।