Hamirpur News जन शिकायतों का समाधान प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताः मुख्यमंत्री

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-मुख्यमंत्री ने सेरा विश्राम गृह नादौन में जन शिकायतें सुनीं

DNN हमीरपुर/कांगड़ा

मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि जन शिकायतों का समाधान करना वर्तमान प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। प्रदेश सरकार इस दिशा में निरन्तर बहुआयामी प्रयास कर रही है। जन शिकायतों के त्वरित निवारण के लिए प्रदेश सरकार ने ‘सरकार गांव के द्वार’ कार्यक्रम शुरू किया है। इसका शुभारंभ शिमला जिला के दूर-दराज क्षेत्र डोडरा-क्वार से किया गया। ‘सरकार गांव के द्वार’ के माध्यम से लोगों के साथ सीधा संवाद स्थापित होता है और उनकी समस्याओं का समयबद्ध समाधान भी सुनिश्चित होता है। इस कार्यक्रम में लोगों के सुझावों को शामिल किया गया है।
मुख्यमंत्री ने यह बात आज हमीरपुर जिला के नादौन विधानसभा क्षेत्र के सेरा विश्राम गृह में कही। इस अवसर पर उन्होंने लगभग डेढ़ घंटे तक लोगों की समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर उनका समाधान करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर देहरा की विधायक कमलेश ठाकुर, कांगड़ा सहकारी प्राथमिक कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक के अध्यक्ष राम चंद्र पठानिया, कांग्रेस नेता सुरेंद्र मनकोटिया, ब्लॉक कांग्रेस नादौन के अध्यक्ष कैप्टन पृथी चंद, उपायुक्त हमीरपुर अमरजीत सिंह, पुलिस अधीक्षक भगत सिंह और अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

 

देहरा में मुख्यमंत्री एवं एसपी कार्यालय का लोकार्पण
देहरा का समग्र विकास सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्धः मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज जिला कांगड़ा के देहरा विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री कार्यालय और एस.पी. कार्यालय का लोकार्पण कर इसे क्षेत्र की जनता को समर्पित किया।
इस अवसर पर उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि विकास के दृष्टिकोण से देहरा विधानसभा क्षेत्र के पिछड़ जाने के कारण यहां अधिक ध्यान देने की जरूरत थी। उन्होंने कहा कि पहले ऐसा कहा जाता था कि देहरा कोई नहीं तेरा लेकिन देहरा में विधानसभा उपचुनाव के दौरान उन्होंने कहा था कि देहरा अब है मेरा। उन्होंने कहा कि देहरा विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने विधानसभा उप-चुनाव के दौरान यहां से कांग्रेस पार्टी की प्रत्याशी कमलेश ठाकुर को विजयी बनाया। देहरा और यहां के लोगों का विकास प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। इसी के चलते यहां मुख्यमंत्री कार्यालय खोला गया है। मुख्यमंत्री कार्यालय से कुछ अधिकारी और कर्मचारी यहां तैनात किए जाएंगे और लोगों को अपने कार्य के लिए शिमला नहीं आना पड़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देहरा को विकास की दृष्टि से आगे लाने के लिए सरकार द्वारा यहां एसपी कार्यालय, लोक निर्माण विभाग, जल शक्ति विभाग और बिजली बोर्ड के सर्किल कार्यालय दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा देहरा में इन कार्यालयों को खोलने के साथ आवश्यक पद भी स्वीकृत कर दिए गए हैं। इसके साथ यहां स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए बीएमओ कार्यालय के साथ सिविल अस्पताल देहरा में क्रिटिकल केयर यूनिट की स्थापना भी प्रदेश सरकार कर रही है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार जिला कांगड़ा को प्रदेश की पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस ध्येय को पूर्ण करने के लिए देहरा में भी पर्यटन की दृष्टि से कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं विकसित की जा रही हैं। यहां लगभग 300 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले ज्यूलॉजिकल पार्क का निर्माण कार्य प्रगति पर है। ज्यूलॉजिकल पार्क में पानी की व्यवस्था के लिए हाल ही में सरकार द्वारा लगभग चार करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा पोंग के समीपवर्ती क्षेत्र को भी पर्यटन के अनुरूप विकसित करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। यहां जल क्रीड़ा और जल संबंधित पर्यटन गतिविधियों को प्रोत्साहित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि देहरा में पर्यटकों की सुविधा के लिए एक उच्च स्तरीय होटल का निर्माण भी किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पोंग बांध से विस्थापित परिवारों की समस्याओं को सुलझाने के लिए सरकार प्राथमिकता से प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि देहरा के विकास के साथ-साथ ज्वालामुखी और जसवां परागपुर विधानसभा क्षेत्र भी विकसित होंगे। सरकार ने कांगड़ा जिला के हर क्षेत्र को विकास की धारा से जोड़ने के लिए यहां योजनाबद्ध तरीके से विभिन्न कार्यालय खोले हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए सरकार ने पर्याप्त धन उपलब्ध करवाने की व्यवस्था भी की है। उन्होंने कहा कि रानीताल से मुबारिकपुर सड़क को फोरलेन बनाने की स्वीकृति भी सरकार द्वारा मिल गई है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश को वर्ष 2027 तक आत्मनिर्भर और 2032 तक समृद्ध राज्य बनाने के लिए सरकार पूरी गंभीरता के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश और यहां के युवाओं के भविष्य के लिए वित्तीय अनुशासन जरूरी है। प्रदेश को सशक्त बनाने के लिए सरकार कड़े फैसले ले रही है। कड़े फैसलों का स्वाद भले शुरुआत में कड़वा लगे पर इनका परिणाम सदैव मीठा ही होता है।
इस दौरान विधायक देहरा कमलेश ठाकुर, विधायक ज्वालामुखी संजय रतन, कांग्रेस नेता सुरिंद्र मनकोटिया, पुलिस महानिदेशक डॉ. अतुल वर्मा, उपायुक्त कांगड़ा हेमराज बैरवा, एसपी देहरा अशोक रतन, एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

 

 

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