DNN सोलन
1 मार्च डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के विस्तार शिक्षा निदेशालय द्वारा बागवानी महाविद्यालय एवं वानिकी महाविद्यालय के अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए ‘कृषि स्नातकों में उद्यमिता के लिए सॉफ्ट स्किल्स का विकास’ पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर में किया गया।कार्यशाला का आयोजन आईसीएआर-राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान विकास अकादमी और आईसीएआर एन॰ए॰एच॰ई॰पी॰ की संस्थागत विकास परियोजना के सहयोग से किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य कृषि-स्नातकों के बीच सॉफ्ट स्किल्स, नवाचार और उद्यमियों के बारे में जागरूकता पैदा करना था। प्रशिक्षण में वानिकी और बागवानी विषयों के 100 से अधिक छात्रों के साथ-साथ संकाय ने भाग लिया।शूलिनी यूनिवर्सिटी से डॉ. प्राची कपिल ने ‘कम्युनिकेशन स्किल्स फॉर प्रोफेशनल एडवांसमेंट’ पर गेस्ट लेक्चर दिया। इस व्याख्यान का मुख्य उद्देश्य छात्रों को विभिन्न हितधारकों के साथ बात करते समय आने वाली कठिनाइयों को समझने में मदद करना था। ‘टीमवर्क और टीम बिल्डिंग’ पर एक व्याख्यान भी दिया गया जिसमें विभिन्न प्रकार के समूह अभ्यास शामिल थे। यह अभ्यास छात्रों को टीमवर्क के मूल्य को समझने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किए गए थे और प्रत्येक सदस्य की क्षमताओं और विशेषताओं के अनुसार जिम्मेदारियों को आवंटित करके आदर्श टीम कैसे बनाई जाए पर आधारित थे।बागवानी विकास अधिकारी डॉ. स्वाति पराशर ने स्टार्टअप्स और कंपनियों के लिए सरकारी पहल पर एक प्रस्तुति दी। कार्यशाला की कार्यक्रम निदेशक डॉ. प्रतिमा राणा ने छात्रों के साथ कई सामूहिक अभ्यासों का नेतृत्व किया। प्रतिभागियों को सफल उद्यमियों की प्रेरक कहानियां भी दिखाई गईं।शेरपा इको रिज़ॉर्ट और अमेज़ॅन सीड लिमिटेड के संस्थापक उमेश महाजन और रेणुका सीड लिमिटेड के संस्थापक ललित कवार ने भी छात्रों के साथ बातचीत की और उद्यमिता पर अपनी अंतर्दृष्टि साझा की। समापन समारोह के दौरान निदेशक विस्तार शिक्षा डॉ. इंदर देव, डीन कॉलेज ऑफ हॉर्टिकल्चर डॉ. मनीष शर्मा और डीन ऑफ फॉरेस्ट्री डॉ. सीएल ठाकुर ने छात्रों को कृषि क्षेत्र में स्टार्टअप बनाने के लिए प्रेरित किया।