DNN शिमला (रमेश वर्मा)
राजधानी शिमला अभी भी पेयजल संकट से बाहर निकली है। कई क्षेत्रों में अभी तक कुछ समस्या है, लेकिन नगर निगम को पानी की दरों में दस फीसदी तक की बढौतरी कर दी । पानी की दरों में वृद्धि करने के लिए निगम ने मंगलवार को विशेष सदन का आयोजन किया। जिसमें सभी पार्षदों ने निगम सहमती जताते हुए 10 फीसदी पानी की दरों को बढाने का समर्थन किया। नगर ने पहली बार अपने प्रस्ताव में फ्री पानी देने का प्रावधान भी किया था। जिसका सभी पार्षदों ने खुलकर विरोध किया। निगम द्वारा तैयार किए स्लैब में यदि कोई परिवार महीने में 3000 लीटर पानी का ही इस्तेमाल करते है तो उसे महीने में पानी का बिल अदा नहीं करना होगा। जबकि घरेलू उपभोक्ता तीन हजार से 20000 लीटर तक महीने मेंपानी इस्तेमाल करने पर पानी की दर 14.50 प्रति हजार लीटर की दर से बिल वसूला जाएगा। 20 से 30 हजार लीटर पानी का इस्तेमाल करने पर 25 रुपए और तीस हजार लीटर से ज्यादा पानी महीने में इस्तेमाल करने पर तीस रुपए प्रति हजार लीटर से बिल दिया जाएगा। वहीं यदि कोई घरेलू उपभोक्ता कामर्शियल गतिविधियों के लिए पानी को प्रयोग करता हुआ पाया जाता है तो उसके उपर 10 हजार रुपए की पैनल्टी का प्रावधान भी रखा गया है। भले ही निगम पानी के दरों में 10 फीसदी की बढौतरी कर परदेश सरकार के पाले में गेंद फैंक दी ही लेकिन सरकार की अधिसूचना के अनुसार पानी की दरों में हर साल होने वाली 10 फीसदी बढौतरी निगम अप्रैल माह से शहर की जनता से वसूल करेगी।