करोल मंदिर के रास्ते को लेकर सैजल ने किया ऐलान

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DNN सोलन
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सहकारिता मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि धार्मिक स्थलों की पवित्रता एवं शांति बनाए रखना हम सभी का नैतिक कर्तव्य है। डा. सैजल सोलन के करोल का टिब्बा में आयोजित स्थानीय मेले के अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। सहकारिता मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार करोल पर्वत को धार्मिक दृष्टि से विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि स्थानीय मंदिर के रास्ते के जीर्णोद्धार के लिए समुचित धनराशि शीघ्र उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने क्षेत्र की विभिन्न मांगों को समयबद्ध सीमा में उपलब्ध करवाने एवं आवश्यक धनराशि उपलब्ध करवाने का आश्वासन भी दिया।

सैजल ने कहा कि शांति एवं स्वयं की खोज में मनुष्य विभिन्न धार्मिक स्थलों तक पहुंचते हैं। इन स्थानों पर आकर मनुष्य एकांत एवं मनोहारी वातावरण में जीवन के अनसुलझे रहस्यों एवं प्रश्नों का उत्तर पाना चाहता है। ऐसे रमणीय एवं पवित्र स्थलों को यथावत बनाए रखने में स्थानीय निवासियों, ग्राम पंचायतों एवं यहां आने वाले आगंतुकों का समन्वय एवं सहयोग अपेक्षित है। उन्होंने कहा कि भारत को विश्व में ज्ञान के पर्याय के रूप में जाना जाता है। हमारे धार्मिक स्थल आध्यात्मिक, दार्शनिक एवं व्यवहारिक ज्ञान के मंदिर हैं और इन्हें सुरक्षित रखा जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि इंटरनेट, आधुनिकीकरण तथा आजीविका के लिए हो रही भागदौड़ एवं समय के नितांत अभाव के कारण आज लोक संस्कृति, पर पराओं एवं रीति-रिवाजों से एक दूरी बनती हुई प्रतीत हो रही है। ऐसी परिस्थितियों में यह आवश्यक है कि विभिन्न माध्यमों से क्षेत्र विशेष की संस्कृति को न केवल संरक्षित रखा जाए अपितु युवा पीढ़ी को इससे परिचित भी करवाया जाए। इस दिशा में प्रदेश में मनाए जाने वाले मेले, त्यौहार, उत्सव एवं महोत्सव सराहनीय भूमिका निभा रहे हैं।

 

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