DNN बद्दी (श्वेता )
07 मार्च बरोटीवाला के छातीपुरा गांव के राहुल यूक्रेन से सकुशल घर लौट गए है। उनके आने पर उनके परिजनों ने राहत की सांस ली है। राहुल हंगरी होते हुए भारत आए है। भारतीय दूतावास ने उन्हें जो सहयोग दिया उसके काबिलेतारिफ था। उन्होंने केंद्र सरकार व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभार जताया है।
छातीपुरा के सेवानिवृत कैप्टन ईश्वर दास के बेटे राहुल यूक्रेन के किरवोग्राद स्थित दोनेस्क यूविर्सिटी में एमबीबीएस के अंतिम वर्ष के छात्र थे। 24 को यूद्ध शुरु होने के बाद यूक्रेन से फलाईट बंद होने से पहले कमरे में रहे और उसके बाद 28 फरवरी को जब यूद्ध रूकने का नाम नहीं ले रहा था तो वाया हंगरी हो कर भारत आने की सोची। हंगरी सीमा तक पहुचंने के लिए उन्हें 21 घंटे का समय बस में लगा। उसके बाद टे्रन से वह हंगरी की राजधानी बुदापेस्ट आए। वहां पर आकर उन्हें भारतीय दूतावास से संपर्क किया। इस दौरान भारत के केंद्रीय मंत्री हददीप पूरी भी हंगरी में थे। सूचना मिलते ही राहुल को होटल में ठहराया गया और वहां से दिल्ली पहुंचे। दिल्ली से भारत सरकार की ओर से वोल्वो बस से चंडीगढ़ पहुचें। चंडीगढ़ वह बद्दी होते हुए अपने घर छातीपुरा पहुंचे।
पिता ईश्वर दास व माता अनिता देवी ने बताया कि उनके बेटा यूक्रेन के जिस शहर में था वहां पर युद्ध जैसा कोई माहौल नहीं था लेकिन बाहर निकलना मना था। कफ्र्यू होने से वह कमरे तडक़े निकले और बस से हंगरी की सीमा तक पहुंचे। लगातार संपर्क में होने से इतने घबराये हुए नहीं थे। लेकिन घर पहुचंने पर ही राहत की सांस ली। पढ़ाई अधर में छूटने से उन्होंने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि जिन बच्चों की आधी अधूरी पढ़ाई छूट गई है उन्हें भारत के ही कालेज में ही प्रवेश देकर पूरा कराया जाए।