डीएनएन सोलन
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने सोलन के परिधि गृह में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में टोपी की राजनीति को विदाई देने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल में राजनीतिक वफादारी टोपियों के रंग से आंकी जाती रही है। पूर्व मुख्यमंत्री और उनके समर्थक हरे रंग की टोपी पहनते थे और जिसे कांग्रेस विचारधारा से जोड़कर देखा जाता था, जबकि भाजपा के नेता और उनके समर्थक लाल रंग की टोपी पहनते थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्षों से टोपियों के ये दो रंग दो अलग-अलग राजनैतिक संबद्धता के प्रतीक थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह अपने को कभी भी टोपी की राजनीति में शामिल नहीं करेंगे और उन्होंने टोपी पहनना बन्द कर टोपी की राजनीति को समाप्त कर दिया है। उन्होंने कहा कि वह टोपियों को हिमाचल प्रदेश की संस्कृति का अभिन्न हिस्सा मानते हैं, न कि हिमाचल को ऊपरी और निचले क्षेत्र में विभाजन का प्रतीक, जो कांग्रेस शासनकाल के दौरान माना जाता था।
ठाकुर ने कहा कि बजट सत्र समाप्त होने के बाद कांग्रेस को खुद सरकार के काम का पता लग जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के लिए काम न करने के बजाए एक व्यक्ति विशेष की सेवा करने वालों के दिन अब समाप्त हो गए हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि बीते समय को याद नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के कार्यकाल के दौरान जो कुछ भी हुआ वह असहिष्णुता और बदले की राजनीति का सबसे बुरा दौर था। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार में प्रतिशोध के लिए कोई स्थान नहीं है, लेकिन जो लोग अपने दायित्वों के निर्वहन में कहीं भी गल्त होंगे, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
ठाकुर ने कहा कि सेवानिवृत और थके-हारों की सरकार अब नहीं है, क्योंकि वर्तमान भाजपा सरकार लोगों के कल्याण और राज्य के विकास के लिए न केवल पांच वर्ष, बल्कि अगले 20 वर्षों तक कार्य करेगी। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डा. राजीव सैजल ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री का स्वागत किया और अपने भाषण में राज्य में विद्यमान पर्यटन की अपार संभावनाओं का दोहन करने की आवश्यकता पर बल दिया।
