#kullu रोगी कल्याण समिति गवर्निंग बाॅडी बैठक में लिए गए अनेक निर्णय

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DNN कुल्लू

24 फरवरी। क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में जिला के अलावा लाहौल-स्पिति, पांगी तथा मण्डी के क्षेत्रों से लोग उपचार के लिए आते हैं और यह अस्पताल उपचार सुविधा व गुणवत्ता के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्टता हासिल कर चुका है। अस्पताल को पूरी तरह से वातानुकूलित करने के प्रयास किए जाएंगे। इस बात का खुलासा बुधवार को अस्पताल के सभागार में आयोजित रोगी कल्याण समिति की शासी निकाय की वार्षिक बैठक के दौरान किया गया। बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त डाॅ. ऋचा वर्मा ने की जो आरकेएस शासी निकाय की अध्यक्ष भी हैं। विधायक सुंदर सिंह ठाकुर भी बैठक में उपस्थित रहे।
विधायक सुंदर सिंह ठाकुर ने अस्पताल प्रशासन को सभी वार्डों को वातानुकूलित बनाने के लिए विधायक निधि से भी धनराशि उपलब्ध करवाने की बात कही। बैठक में अवगत करवाया गया कि चार मुख्य वार्डों में यह सुविधा प्रदान करवा दी गई है। इसके अलावा कोविड-19 के सभी वार्डों में हिटिंग, ब्लोअर व गर्म पानी की बोतलें उपलब्ध करवाई गई हैं और सर्दियों के दौरान किसी भी मरीज को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आई। कोरोना संकट के चलते वार्डों को वातानुकूलित नहीं किया जा सकता था। अध्यक्षा ने कहा कि भविष्य में अस्पताल में यह सुविधा प्रदान कर दी जानी चाहिए।
जीवन रक्षक दवाईयों की हो प्रचुर उपलब्धता
शासी निकाय के कुछ गैर सरकारी सदस्यों ने अस्पताल में उपलब्ध करवाई जा रही जेनेरिक दवाईयों की प्रचुर मात्रा में उपलब्धता तथा लोगों में इनका व्यापक प्रचार करने की आवश्यकता पर बल दिया। सदस्य सचिव डाॅ. सुशील चंद्र ने अवगत करवाया कि अस्पताल में लोगों को हर प्रकार की जेनेरिक दवाईयां निःशुल्क मुहैया करवाई जा रही हैं। इसके अलावा आयुष्मान व हिम केयर योजना के मरीजों को भी मुफ्त में दवाईयां प्रदान की जा रही हैं। सूचना, शिक्षा व संप्रेषण कार्यक्रम के तहत दवाओं का गांव में प्रचार किया जा रहा है और लोगों में इसके पेम्फलेट भी वितरित किये गए हैं।
उपचार सेवाओं पर खर्च किए 59 लाख
बैठक की कार्यवाही का संचालन कर रहे मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. सुशील चंद्र ने अवगत करवाया कि पिछले साल अस्पताल भवन की मुरम्मत पर 2.50 लाख रुपये की राशि व्यय की गई और इसमें विशेष तौर पर शौचालयों की उपलब्धता मरीजों के लिए की गई। उपकरणों पर 5.78 लाख रुपये की राशि खर्च की गई। अस्पताल के वार्डों को गर्म रखने और गर्मियों में ठंडा रखने की व्यवस्था प्रदान करने पर 6.26 लाख रुपये की राशि व्यय की गई। आरकेएस स्टाॅफ के वेतन व दिहाड़ी पर 11.30 लाख रुपये खर्च किए गए। अस्पताल में विशेषज्ञ सेवाओं को हायर करने के लिए पांच लाख रुपये का प्रावधान किया गया है। कार्यालय व्य पर 6.60 लाख खर्च किए गए। एम्बुलेंस में डिजल व मुरम्मत पर 15.55 लाख की राशि व्यय की गई। डाईग्नोसिस सेवाओं पर 58.50 लाख की राशि प्रयोगशाला, एक्स-रे, अल्ट्रासाउण्ड, ईसीजी व आॅक्सीजन इत्यादि के प्रापण पर खर्च की गई।
सात अल्ट्रासाउण्ड मशीनें हैं सरकारी अस्पतालों में
बैठक में अवगत करवाया गया कि जिला अस्पताल में दो अल्ट्रासाउण्ड मशीनें उपलब्ध हैं और दो ही रेडियोलाॅजिस्ट भी हैं जो लोगों को नियमित तौर पर यह सुविधा प्रदान कर रहे हैं। इसके अलावा मनाली, जरी, बंजार, निरमण्ड व आनी के अस्पतालों में भी मशीनें स्थापित की गई हैं लेकिन मनाली, जरी में रेडियोलाॅजिस्ट न होने के कारण लोगों को यह सुविधा नहीं मिल पा रही है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि जल्द ही रेडियोलाॅजिस्ट को सप्ताह में एक बार इन अस्पतालों में तैनात किया जाएगा।
हिमकेयर कार्ड 31 मार्च से पहले बनवाएं
डाॅ. ऋचा वर्मा ने जिला के लोगों से अपील की है कि जिन्होंने हिमकेयर के कार्ड नहीं बनवाएं हैं, वे 31 मार्च से पहले समीपवर्ती लोक मित्र केन्द्र में कार्ड बनवा लें। हिमकेयर योजना के तहत पांच लाख रूपये तक का परिवार के लिए निशुल्क उपचार है और इसके लिए किसी भी आय वर्ग का परिवार कार्ड बनवा सकता है। केवल नियमित सरकारी कर्मचारियों के लिए यह सुविधा नहीं हैं क्योंकि वे पहले ही मेडिकल सुविधा के पात्र हैं। डाॅ. सुशील चन्द्र ने कहा कि कुल्लू जिला में शत-प्रतिशत पात्र परिवारों केे आयुष्मान कार्ड बना लिए गए हैं और जिला को प्रदेशभर में मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने पहला पुरस्कार भी प्रदान किया है।
हिमकेयर योजना के तहत मुफ्त इलाज के लिए प्रबंधक से करें सम्पर्क
आयुष्मान तथा हिमकेयर योजनाओं के तहत निःशुल्क उपचार की सुविधा में यदि अस्पताल में किसी प्रकार की कठिनाई सामने आती है तो योजना के प्रबंधक धर्मपाल से उनके कमरा नम्बर 403 अथवा उनके दूरभाष नम्बर 7018259061 पर सम्पर्क किया जा सकता है। डाॅ. सुशील ने कहा कि रविवार के दिन भी कर्मचारी को तैनात किया जाएगा ताकि लोगों को योजनाओं के लाभ के लिए पंजीकरण में किसी प्रकार की दिक्कत न आए।
डायलिसिस की है निःशुल्क सुविधा
बैठक में जानकारी दी गई कि क्षेत्रीय अस्पताल में डायलिसिस की निःशुल्क सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। रविवार को छोडकर सभी दिनों में मरीजों का डायलासिस किया जाता है।
ब्लड बैंक से आरकेएस को मिले 4.88 लाख
अस्पताल के ब्लड बैंक से रोगी कल्याण समिति को पिछले साल 4.88 लाख रुपये की आय हुई है। अस्पताल ने सबसे ज्यादा रक्त लोगों को मांग पर उपलब्ध करवाया है। इसके अलावा, दुर्लभ रक्त समूह की सूचि बनाई गई है और मरीजों को आवश्यकता पड़ने पर अथवा मांग पर रक्त उपलब्ध करवाया जा रहा है। अस्पताल में रक्त की कभी कोई कमी नहीं रहती है। डाॅ. सुशील चंद्र ने कहा कि दुर्घटना के मामलों में अस्पताल के ट्राॅमा वार्डों में मुफ्त उपचार किया जाता है। अस्पताल को कायाकल्प के तहत भी पहला पुरस्कार मिला है।
एनेसथिसिया व गायनेकाॅलोजिस्ट की हैं बेहतर सेवाएं
बैठक मंे अवगत करवाया गया कि क्षेत्रीय अस्पताल में एनेसथिसिया के दो एमडी तथा दो गायनेकाॅलोजिस्ट मरीजों को सेवाओं प्रदान करने के लिए उपलब्ध हैं। अस्पताल में दो प्रसव रूम है। कोविड महिलाओं के लिए अलग से वार्ड है जहां 10 कोरोना पाॅजिटिव महिलाओं की प्रसुति करवाई गई। हालांकि कुछ विशेषज्ञ सेवाएं जरूरत पड़ने पर निजी अस्पतालों के चिकित्सकों से भी ली जा रही हैं ताकि लोगों को उपचार के लिए जिला से बाहर न जाना पड़े। अस्पताल में डाॅ. कल्याण व डाॅ. अभिषेक दो दवा विशेषज्ञ भी उपलब्ध हैं। अस्पताल में एण्डोस्कोप मशीन खरीदने के लिए समिति ने अपनी संस्तुति प्रदान की। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि आगामी 31 मार्च तक इस मशीन को खरीदने के प्रयास किए जाएंगे।
ये रहे बैठक में उपस्थित
आरकेएस शासी निकाय की बैठक में समिति के सरकारी व गैर सरकारी सदस्यों में अध्यक्ष जिला परिषद पंकज परमार, व्यापार मण्डल के अध्यक्ष राकेश कोहली, अनिल कांत, अरूण शर्मा, सूर्यकांत शर्मा, आरोग्य भारती संस्था से आर.के. जैन, एसएमएस डाॅ. नीना लाल, डाॅ. नरेश चंद, डाॅ. वैद्य, उपनिदेशक आयुर्वेद डाॅ. बिहारी लाल शर्मा, डीपीआरओ प्रेम ठाकुर, उपनिदेशक शिक्षा सीता राम के अलावा जिला कल्याण अधिकारी समीर चंद, सेवा भारती से रमन जैन, पवन कायथ, बी आर नेगी, धर्म चंद ठाकुर, शिव वर्मा व अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।

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