DNN सोलन
सोलन जिला परिषद का अध्यक्ष व उपाध्यक्ष बनाने के लिए जहां कांग्रेस व भाजपा में जोड़-तोड़ की राजनीति चली हुई है । वही इस बार निर्दलीय तौर पर जीत कर आए प्रत्याशियों की अहमियत दोनों ही दलों के लिए काफी ज्यादा बढ़ गई है । निर्दलीयों के बिना अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद पर कब्जा करना दोनों ही दलों के लिए आसान नहीं है । वहीं इसी बीच शुक्रवार को भाजपा समर्थित जिला परिषद के सदस्यों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मुलाकात की।
इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ सदस्यों की 1 फरवरी को अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चयन के लिए चर्चा भी हुई। हालांकि अभी तक जिला परिषद के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद पर भाजपा के जीते हुए सदस्यों व भाजपा से बागी होकर चुनाव लड़ने के बाद जीत दर्ज कर चुके सदस्यों के बीच गठजोड़ होने की संभावना लग रही थी। लेकिन भाजपा के बागी तौर पर चुनाव लड़ चुके कुछ सदस्यों के खुलेआम पार्टी का विरोध करने के बाद यहां पर आजाद जीते हुए प्रत्याशियों के बीच तालमेल होने की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता है । जिला परिषद का अध्यक्ष व उपाध्यक्ष कौन बनेगा इसका फैसला 1 फरवरी को होगा लेकिन अभी दोनों ही राजनीतिक दल कांग्रेस व भाजपा जीत दर्ज कर चुके जिला परिषद के सदस्यों को अपने अपने साथ शामिल करके जिला परिषद सोलन पर कब्जा जमाने के लिए जोड़-तोड़ की राजनीति में लगी हुई है।