DNN सोलन
सहायक आयुक्त सोलन भानू गुप्ता ने आज यहां स्वास्थ्य विभाग तथा सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ विभिन्न जलजनित रोगों एवं डेंगू जैसे रोगों की रोकथाम के लिए समुचित पग उठाने एवं कार्य योजना तैयार करने के लिए आयोजित एक बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने कार्यालयों में पेयजल की क्लोरिनेशन करना सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी पंचायत प्रतिनिधियों को निर्देश दिए कि होटल मालिकों, ढाबा मालिकों व उद्योगों द्वारा निकास किए जा रहे दूषित जल को पेयजल स्त्रोतों में जाने से रोकें।
उन्होंने सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि पंचायत स्तर पर ब्लीचिंग पाउडर की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करें।
भानू गुप्ता ने राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर कार्य कर रहे रेहड़ी-फड़ी वालों का पंजीकरण करने तथा उनके द्वारा परोसे जा रहे खाद्य पदार्थों की भी समय-समय पर जांच करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय निकाय सभी प्राकृतिक पेयजल जल स्रोत, बावड़ियों इत्यादि की नियमित जांच करना सुनिश्चित करें तथा जिन बावड़ियों का पानी पीने के योग्य नहीं है, वहां इस संबंध में सूचना पट्ट लगाए जाएं।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. आरके दरोच ने बैठक में उपस्थित सभी आग्रह किया कि पेयजल को कम से कम 20 मिनट तक उबालकर ही प्रयोग में लाएं। उन्होंने कहा कि उबला हुआ पेयजल एवं स्वच्छता विभिन्न जलजनित रोगों से बचाव में सहायक है। उन्होंने कहा कि कार्यालयों, घरों इत्यादि के आसपास पानी खड़ा न रहने दें क्योंकि खड़े पानी में मच्छर पनपते हैं।
उन्होंने स्थानीय शहरी निकायों के अधिकारियों से आग्रह किया डेंगू से बचाव के लिए सभी खड़े पानी की व्यव्स्था सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त डेंगू संभावित क्षेत्र नालागढ़, बद्दी तथा परवाणू में समय-समय पर फोगिंग स्प्रे करना सुनिश्चित करें। उन्होंने शहरी निकायों के अधिकारियों को 15 अप्रैल तक अपने-अपने क्षेत्रों में स्थान चिन्हित कर फोगिंग स्प्रे के लिए शेड्यूल जारी करें।