DNN नाहन
26 सितंबर। तकरीबन 14 सालों से झारखंड से लापता हुई एक युवती को हिमाचल की सिरमौर पुलिस ने उसके परिजनों तक पहुंचा दिया। पुलिस ने युवती को सुरक्षित उसके परिजनों के हवाले कर दिया है। परिजनों ने भी इसके लिए पुलिस का आभार व्यक्त किया।
मामले की जानकारी देते हुए एसपी सिरमौर ओमापति जम्वाल ने बताया कि 8 सितंबर 2021 को जिला पुलिस को सूचना मिली थी कि कांसीवाला में सड़क पर एक युवती के साथ मारपीट की जा रही है। उक्त सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए पुलिस चौकी कच्चा टैंक नाहन की टीम मौका पर गई, तो पाया कि एक प्रवासी युवती जोकि पिछले 10-11 सालों से एक स्थानीय व्यक्ति निवासी कांसीवाला के घर में घरेलू कामकाज कर रही थी।
उन्होंने बताया कि यह युवती रात के समय अपने गांव जाने के लिए हठ कर रही थी, जिसे स्थानीय व्यक्ति एवं उसकी पत्नी रात के समय जाने से रोक रहे थे। युवती ने पुलिस को बतलाया कि वह झारखंड की रहने वाली है और वह कई सालों से अपने घर नहीं गई। उसका काम को लेकर झगड़ा हुआ था। इसी के चलते स्थानीय व्यक्ति के पास यह युवती घरेलू कामकाज कर रही थी, ने पूछताछ पर बतलाया कि उसे उक्त युवती के परिवार के बारे में कोई जानकारी नहीं है। दिल्ली की एक निजी संस्था ने इस युवती को घरेलू कामकाज हेतू इसे उपलब्ध करवाया था।
एसपी ने बताया कि उक्त युवती की तनख्वाह के बारे में उसने पूछताछ पर बतलाया कि वह नारायण नामक व्यक्ति को तनख्वाह की रकम ऑनलाईन भेजता था। जबकि उक्त युवती ने तनख्वाह मिलने से इनकार किया। प्रवासी युवती की चिकित्सा जांच करवाई गई और उसकी सुरक्षा को मध्यनजर रखते हुए उसे वन स्टॉप सैंटर नाहन में रखा गया।
एसपी सिरमौर ने बताया कि उक्त प्रवासी युवती द्वारा अपना घर रांची झारखंड में बतलाने पर झारखंड पुलिस से उसके बारे में सूचना सांझा करके उसके परिवार का पता लगाया गया।
एसपी ने बताया कि इसके बाद 25 सितंबर को झारखंड पुलिस की एक टीम उक्त युवती की मां के साथ नाहन पहुंची। युवती की मां ने पुलिस को बतलाया कि उसकी बेटी पिछले 13-14 सालों से गुम थी और वह उसकी तलाश कर रहे थे। साथ ही उसके मिलने की आशा खो बैठे थे।
एसपी ने बताया कि उक्त प्रवासी युवती को सुरक्षित उसकी मां के सुपुर्द कर दिया गया। स्थानीय व्यक्ति उक्त युवती को काम करने के बदले वेतन देने के संदर्भ में छानबीन और कार्यवाही करने हेतू जिला श्रम एवं रोजगार विभाग को कार्रवाई का अनुरोध किया गया है।