DNN सोलन
सोलन होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, कुमारहट्टी में सोमवार से छ: दिवसीय सीएमई-कंटिन्यूयिंग मेडिकल एजुकेशन कार्यशाला का आयोजन हो रहा है। इस कार्यशाला का शुभारंभ अटल मेडिकल एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी, नेरचौक, मंडी के उप-कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) सुरेंद्र कश्यप करेंगे। अगले 6 दिनों तक चलने वाली इस कार्यशाला में देश के पंद्रह राज्यों से होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेजों के प्राध्यापक भाग ले रहे हैं। यह सीएमई कार्यशाला भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित एवं वित्त पोषित है। राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ आयुष चिकित्सा शिक्षा में नए शोध एवं शिक्षकों के अध्यापन कौशल को निरंतर निखारने के लिए देशभर में इस तरह की कार्यशाला का आयोजन करवा रहा है। सोलन होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज हिमाचल प्रदेश का एकमात्र होम्योपैथिक चिकित्सा से जुड़ा हुआ संस्थान है जहां देश के विभिन्न राज्यों के होम्योपैथिक चिकित्सा शिक्षक इस कार्यशाला में भाग ले रहे हैं। लगातार मेडिकल की फील्ड में एजुकेशन लेते रहने की प्रक्रिया को ही Continuing Medical Education (CME) कहा जाता है। यह विकास और नई टेक्नोलॉजी के बीच बने रहने और अपनी क्षमता को बनाए रखने या इसमें सुधार के लिए जरुरी होता है। परंपरागत रूप से, CME शब्द का अर्थ सतत चिकित्सा शिक्षा के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह मेडिकल प्रोफेशनल्स के लिए मेडिकल फील्ड में तेजी से डेवलप होने वाले तरीको की जानकारी लिए एक तंत्र है।