DNN सोलन
गर्मी से पहाड़ तप रहे है। जंगलों की आग परेशानी में आग में घी डालने का कार्य कर रही है। सूर्य देव के रौद्र रूप के चलते प्राकृतिक जल स्त्रोत सूखने लगे है। जिसके कारण आगामी दिनों में सोलन व आसपास के क्षेत्रों में पेयजल संकट गहरा सकता है। सोलन के धर्मपुर क्षेत्र के तहत पडऩे वाली आईपीएच विभाग की करीब 35 पेयजल स्कीमों में जलस्तर 50 प्रतिशत कम हो गया है। नतीजतन आने वाले दिनों में यदि मौसम ऐसा ही रहा तो पेयजल संकट गहरा जाएगा। दूसरी ओर स्थित को भांपते हुए आईपीएच विभाग अभी से तैयारियों में जुट गया है। हांफने लगी पेयजल योजनाओं को दूसरी पेयजल योजनाओं से जोड़कर पेयजल किल्लत से निपटने की तैयारी शुरू हो गई है। जहां ऐसा संभव नहीं है वहां पर टैंकों से पानी की सप्लाई होगी।
सोलन में पिछले करीब 1 हफ्ते से जबरदस्त गर्मी पड़ रही है। तापमान में पिछले कई सालों का रिकार्ड टूट चुका है। यहां पर तापमान 36.5 डिग्री से ज्यादा पहुंच चुका है। इसके अलावा आसपास के जंगलों में आग लगी है। कई दिनों से जंगल धू धू कर जल रहे है। इससे आसमान में धूआं छाया हुआ है। वहीं तेज धूम के कारण प्राकृतिक जल स्त्रोतों का पानी भी लगातार सूख रहा है। ऐसे में यदि धूम व गर्मी इस प्रकार से रही तो आने वाले दिनों में पेयजल संकट गहरा सकता है।
आईपीएच विभाग के अधिशासी अभियंता सुमित सूद ने कहा कि गर्मी के चलते आई.पी.एच. विभाग की धर्मपुर क्षेत्र की करीब 35 स्कीमों में जलस्तर करीब 50 प्रतिशत घट गया है। आने वाले समय में इन स्कीमों के तहत पडऩे वाले क्षेत्रों में पानी की किल्लत की संभावना को देखते हुए इन्हें दूसरी स्कीमों से जोड़ा जा रहा है।