DNN आनी (चमन)
आनी क्षेत्र में 10280 फुट की उंचाई पर जलोडी दर्रे से लगभग तीन किलोमीटर आगे प्रकृति की आभा में स्थित प्राकृतिक झील सरयोलसर में इन दिनों पारा शून्य से नीचे जाने से पूरी तरह जाम हो गई है। यहां स्थित मां बुढ़ी नागिन के दर्शन कर लौटे पंकज ने बताया कि सरेउलसर झील का पानी जमने से यह आलौकिक झील इन दिनों शीशा बन गई है। उन्होंने बताया कि इस आलौकिक झील का यह नजारा बेहद दर्शनीय है। हालांकि अधिक ठंड के चलते इन दिनों इस झील का नजारा देखने के लिए कम ही श्रद्धालू व सैलानी यहां का रुख कर पाते हैं, मगर चमचमाती धूप में जमी झील यह अदभुत नजारा मन को हर्षित कर देता है। बहरहाल, पारा शून्य से नीचे जाने से सरयोलसर झील शीशा बन गई है। सारा क्षेत्र ठंड की चपेट में आ गया है, जिससे सुबह-शाम आनी की सड़कें गुम दिखाई पड़ रही है। आभा में स्थित प्राकृतिक झील सरयोलसर ठंड के चलते जमने से सैलानियों क आवाजाही में बढ़ोतरी दर्ज की गई । इस दौरान पंकज ,दीपू,भूपेंद्र,अंकुश,संजय,मोहन, रोशन,गोलू,काकू,बिशन और गुलाब ने बर्फ़ के बीच यहाँ पहुंचकर प्राकृतिक छटा का आनंद लिया ।