DNN बिलासपुर

16 फरवरी महान गुरु रविदास जयंती की पावन वेला पर घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत लैहडी-सरेल के गांव बल्हड़ा में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजेंद्र गर्ग ने की। कार्यक्रम का प्रारंभ मुख्यातिथि ने महान गुरु रविदास जी के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्जवलित कर और पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की।इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हमारे देश भारत में सदियों से अनेक महान संतो ने जन्म लेकर इस भारतभूमि को धन्य किया है जिसके कारण भारत को विश्वगुरु कहा जाता है और जब जब हमारे देश में ऊचनीच, भेदभाव, जाती पाती, धर्म-भेदभाव अपने चरम अवस्था पर रहा है तब तब हमारे भारतवर्ष में अनेक महापुरुषों ने जन्म लेकर समाज में फैली बुराईयों, कुरूतियो को दूर करते हुए अपने बताये हुए सच्चे मार्ग पर चलते हुए भक्ति भावना से पूरे समाज को एकता के सूत्र में बाधने का काम किया है इन्ही महान संतो में संत गुरु रविदास जी का भी नाम आता है जो की 15 वीं सदी के एक महान समाज सुधारक, दार्शनिक कवि और धर्म की भेदभावना से ऊपर उठकर भक्ति भावना दिखाते है ऐसे महान संत गुरु रविदास जी के जीवन से हमे धर्म और जाती से उपर उठकर समाज कल्याण की भावना की सीख मिलती है।उन्होंने बताया कि महान संत गुरु रविदास का जन्म माघ महीने के पूर्णिमा के दिन माना जाता है और इसी दिन हमारे देश में संत गुरु रविदास की जयंती बड़े ही धूमधाम से मनाई जाती है। उन्होंने बताया कि संत रविदास जी का जन्म बनारस में हुआ था। उन्होंने कहा कि गुरु रविदास जी व्यक्ति की आंतरिक भावनाओं और आपसी भाईचारे को ही सच्चा धर्म मानते थे। रविदास जी ने अपनी काव्य-रचनाओं में सरल, व्यावहारिक ब्रजभाषा का प्रयोग किया है और उनका आत्मनिवेदन, दैन्य भाव और सहज भक्ति पाठक के हृदय को उद्वेलित करती हैं। उन्होंने बताया कि रविदास प्रारंभिक शिक्षा के लिए अपने गुरु पंडित शारदा नंद की पाठशाला गये, पंडित शारदा ने यह महसूस किया कि रविदास कोई सामान्य बालक न होकर एक ईश्वर के द्वारा भेजी गयी संतान है वो बहुत ही तेज और होनहार थे और अपने गुरु के सिखाने से ज्यादा प्राप्त करते थे।
शारदा नंद उनसे और उनके व्यवहार से बहुत प्रभावित रहते थे ।उन्होंने कहा कि गुरु रविदास के जीवन की छोटी-छोटी घटनाओं से समय तथा वचन के पालन से उनके गुणों का पता चलता है। उन्होंने बताया कि गुरु रविदास ने ऊँच-नीच की भावना तथा ईश्वर-भक्ति के नाम पर किये जाने वाले विवाद को सारहीन तथा निरर्थक बताया और सबको परस्पर मिलजुल कर प्रेमपूर्वक रहने का उपदेश दिया। उन्होंने कहा कि गुरु रविदास जी ने समाज में समरसता व प्रेम का भाव जगाया और समाज में फैली कुरीतियों को मिटाया व सामाजिक एकता का भाव पैदा किया। उन्होंने कहा कि रविदास जी एक अवतारी पुरुष थे । ऐसे ही संत महात्माओं के कारण भारत की संस्कृति अजर अमर रही है ऐसे संतो के कारण हमारा समाज आज भी एकजुट है। उन्होंने कहा कि संत रविदास जी का जीवन और उपदेश आज के युग में भी प्रासंगिक हैं और हम सभी को उनके जीवन से प्रेरणा मिलती है।इस अवसर पर उन्होंने कहा कि गरीब वर्ग के लोगों के सपनों को साकार करने के लिए उनकी जरूरतों के अनुसार कई प्रकार की कल्याणकारी योजनाएं सरकार ने चलाई है और आज लगभग सभी लोग इन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का लक्ष्य है कि समाज की अंतिम पंक्ति में बैठे व्यक्ति का विकास हो उनके सपने साकार हो, उन्हें हर प्रकार की सुविधा मिले और इसी दिशा में निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।

इस अवसर पर अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा अध्यक्ष धनी राम सौखला,अनुसूचित जाति मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष ज्ञान चंद ने भी अपने विचार रखे और सचिव ग्राम विकास समिति बल्हड़ा कर्म सिंह ने सभी का धन्यवाद किया।कार्यक्रम के पश्चात खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री ने ग्राम निवासियों की जन समस्याओं को भी सुना और अधिकतर का निपटारा मौके पर ही कर दिया।कार्यक्रम में भाजपा मंडल महामंत्री राजेश ठाकुर,भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा महामंत्री हेम राज वर्धन, जोगिंद्र सिंह, सचिव जीत राम डोगरा, लैहडी सरेल पंचायत प्रधान बीना ठाकुर, पंचायत प्रधान बरोटा सुशील शर्मा, मंण्डल महिला मोर्चा उपाध्यक्ष गोमती गौतम, सहायक अभियंता विद्युत नसीब सिंह, कनिष्ठ अभियंता विद्युत विवेकानंद, कनिष्ठ अभियंता जल शक्ति विभाग रोहित चंदेल, सचिव ग्राम विकास समिति कर्म चंद सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।