डीएनएन सोलन
शिक्षा, संसदीय मामले तथा विधि मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि निजी स्कूलों की मनमानी के लिए किसी कानूनी बनाने या रेगुलेटरी मकेनिजम को लेकर प्रदेश सरकार विचार कर रही है। इस या अगली विधानसभा तक इस दिशा में प्रदेश सरकार कोई न कोई बढ़ा कदम जरूर उठाएंगी। सोलन में आयोजित एक कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने यह बात कहीं। इससे पहले लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार नव प्रवर्तन एवं नूतन प्रयोग के माध्यम से शिक्षा क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए कृतसंकल्प है। सुरेश भारद्वाज आज यहां सातवीं राज्य स्तरीय इंस्पायर पुरस्कार ‘मानक’ विज्ञान मॉडल प्रदर्शनी एवं परियोजना प्रतियोगिता के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे।
सुरेश भारद्वाज ने कहा कि भारत प्राचीन समय से ही समूचे विश्व का पथ प्रदर्शक रहा है। उन्होंने कहा कि भारत को पुनः विश्व गुरू बनाने के लिए यह आवश्यक है कि छात्रों की जिज्ञासा और खोज को जीवित रखा जाए। जिज्ञासा और खोज ही आविष्कारों को जन्म देती है। उन्होंने कहा कि वेदों में ज्ञान का असीमित भंडार है तथा हमारे विभिन्न शास्त्र न केवल नव प्रवर्तन के सहायक रहे हैं अपितु नई खोज का आधार भी बने हैं। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि अपनी जिज्ञासा और कल्पना को दबाव में न आने दें। उन्होंने अध्यापकों का आह्वान किया कि छात्रांे की जिज्ञासा का समाधान करें तथा यह सुनिश्चित बनाएं कि छात्र कुशल मार्गदर्शन में नव प्रवर्तन की ओर अग्रसर हों।
शिक्षा मंत्री कहा कि हिमाचल प्रदेश में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। हमारे पास श्रेष्ठ अध्यापक हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बेहतर कार्य संस्कृति स्थापित करने की आवश्यकता है। हाल ही में प्रदेश में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में भाजपा की सरकार सत्तासीन हुई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में यह मात्र राजनीतिक परिवर्तन नहीं है अपितु प्रदेश सरकार समूची व्यवस्था को भी सकारात्मक दृष्टि से परिवर्तित करेगी।
सुरेश भारद्वाज ने कहा कि प्रदेश सरकार यह सुनिश्चित बनाएगी कि सभी सरकारी विद्यालयों में बेहतर अधोसंरचना एवं समुचित संख्या में अध्यापक हों ताकि छात्रों की प्रतिभा को सामने लाया जा सके।
उन्होंने राज्य स्तरीय प्रदर्शनी एवं परियोजना प्रतियोगिता में सम्मिलत सभी छात्रों एवं अध्यापकों को बधाई देते हुए आशा जताई कि भविष्य में छात्र और बेहतर मॉडल एवं परियोजनाएं प्रस्तुत करेंगे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर चयनित मॉडल तथा परियोजनाओं से छात्र प्रेरणा लेंगे। यहां प्रदर्शित मॉडल एवं परियोजनाएं दैनिक जीवन में प्रयोग आने वाले विभिन्न उत्पादों को कम दरांे पर प्रदान करने में सक्षम हैं।
सुरेश भारद्वाज ने इस अवसर पर प्रदर्शित मॉडल एवं परियोजनाओं का अवलोकन किया तथा इनमें गहरी रुचि दिखाई। उन्होंने राज्य स्तर से राष्ट्रीय स्तर के लिए चयनित एवं प्रदर्शनी में सम्मिलत सभी जिलों के बच्चों को पुरस्कृत भी किया। राज्य शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद की प्रधानाचार्य रीता शर्मा ने मुख्यातिथि का स्वागत किया। इंस्पायर के राज्य नोडल अधिकारी शिव कुमार शर्मा ने मानक की प्रदेश की गतिविधियों पर विस्तृत प्रकाश डाला।
