DNN नाहन
पच्छाद विधानसभा क्षेत्र के उप चुनावों में मुकाबले को लेकर स्थिति साफ हो चुकी है। यहां पर मुकाबला कांग्रेस के पुराने चेहरे गंगूराम मुसाफिर व भाजपा के नए चेहरे रीना कश्यप के बीच होगा। वहीं चर्चा है कि इस राजनैतिक समीकरण को बिगाडऩे के लिए आजाद प्रत्याशी भी मैदान में उतर सकता है। इससे खेल बिगड़ सकता है। पच्छाद हिमाचल प्रदेश को पहला मुख्यमंत्री देने वाला क्षेत्र है और पहली बार इस सीट से महिला प्रत्याशी को भाजपा ने चुनाव मैदान में उतारा है। कांग्रेस प्रत्याशी गंगूराम मुसाफिर क्षेत्र में जाना माना चेहरा है, लेकिन पिछले 2 चुनावों में गूंगराम मुसाफिर को विशेषतौर पर युवा पीढि़ की नाराजगी के कारण हार का मुंह देखना पड़ा। पच्छाद क्षेत्र में युवा पीढि़ विकास कार्य न होने के चलते गंगू राम मुसाफिर को हरवा चुकी है। पच्छाद सोलन के साथ लगता है, यहां के बच्चे उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए सोलन आते रहे है, ऐसे में सोलन में विकास कार्य सुख सुविधा देखकर लोग जब अपने क्षेत्र से इसकी तुलना करते है, तो वे स्वयं को राजनेताओं द्वारा ठगा महसूस करते है।
वहीं दूसरी ओर पहले नवरात्रे को भाजपा ने रीना कश्यप को पच्छाद से प्रत्याशी घोषित कर दिया है। रीना कश्यप युवा उम्मीदवार है। इससे पहले वह जिला परिषद की सदस्या रही है। गिरीपार क्षेत्र में रीना कश्यप के नाम की घोषणा के बाद खुशी का माहौल है। अंतिम समय तक दयाल प्यारी, बलदेव कश्यप तथा रीना कश्यप के नाम पर गहन मंथन चला हुआ था। जातिगत समीकरणों तथा इस बार गिरी पार से उठी प्रत्याशी की मांग को लेकर हाईकमान ने एक महिला को अधिमान देते हुए गिरी पार क्षेत्र की भावनाओं को परवान चढ़ाया है।
