मेडिकल काॅलेज में नवजात शिशु की अदला-बदली, DNA से हो सकता है खुलासा, जांच में जुटी POLICE

Crime Sirmaur

DNN नाहन

डा. यशवंत सिंह परमार मेडिकल काॅलेज नाहन फिर विवादों में आ गया है। काॅलेज में बड़ी लापरवाही के आरोप लगे हैं। नवजात शिशु की अदला-बदली के आरोप हैं। मामले के खुलासा के बाद मेडिकल काॅलेज की कार्यप्रणाली संदेह के कटघरे में खड़ी हो गई है।

जानकारी के मुताबिक शनिवार रात कॉलेज में तीन नवजात शिशुओं ने जन्म लिया। इसमें से एक ददाहू के चुली गांव के परिवार का आरोप है कि जन्म के तुरंत बाद ही बताया गया कि उनकी बहु संगीता के पास बेटा हुआ है। दिखाने के बाद शिशु को वापस ले जाया गया, फिर उन्हें बेटी थमा दी गई। रात करीब साढ़े 10 बजे के आसपास परिवार ने गुन्नुघाट पुलिस को लिखित तौर पर इसकी शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस इस मामले की तफ्तीश कर रही है। प्रारंभिक जांच के आधार पर ही अगली कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। शुरुआती जांच में ऐसा भी प्रतीत हो रहा है कि बेटे के जन्म को लेकर गलतफहमी हुई है या फिर ड्यूटी पर तैनात स्टाफ ने परिवार को बेटे के जन्म की गलत सूचना दे दी।
ददाहू के चुली गांव से ताल्लुक रखने वाली 23 वर्षीय संगीता की सास का आरोप है कि बहु की डिलीवरी के बाद उन्हें यह कहा गया कि बेटा हुआ है और उनकी गोद में नवजात को थमा दिया। इसके कुछ ही देर बाद उनसे नवजात बेटे को ले लिया गया और थोड़ी देर बाद बताया गया कि उनकी बहु के पास बेटी हुई है। इसमें कहीं न कहीं सीधे-सीधे लापरवाही हुई है। उन्होंने इस पूरे मामले की जांच की मांग की है।

वहीं संगीता के पति कुशल का भी कहना था कि डिलीवरी के बाद उन्हें बेटा होने की सूचना दी गई थी। बेटे की खुशी को लेकर उन्होंने परिवार के कई लोगों को फोन तक कर दिए, लेकिन थोड़ी देर पर उन्हें बताया गया कि उनके पास बेटा नहीं बेटी हुई है। ऐसे में मामले की जांच की जानी चाहिए।

मेडिकल काॅलेज के मेडिकल काॅलेज डा. डीडी शर्मा का कहना है कि रविवार को अवकाश रहता है। मीडिय से ही मामले की जानकारी मिली है। यदि ऐसा हुआ है तो मामले की जांच की जाएगी।
वहीं एएसपी सिरमौर वीरेंद्र ठाकुर ने मामले की पुष्ठि की है। उन्होंने बताया कि उन्हें इस बारे में गुन्नुघाट पुलिस चैकी में शिकायत मिली है। मामले की जांच की जा रही है। वैज्ञानिक परीक्षण के आधार पर ही जांच को आगे बढ़ाया जाएगा।
कुल मिलाकर एडवांस मेडिकल सुविधा के जमाने में इस तरह की घटनाओं में पुलिस डीएनए करवा सकती है। इसमें वैज्ञानिक तौर पर इस बात की तसदीक हो जाती है कि नवजात शिशु के जैविक पिता कौन है। यह अलग बात है कि नवजात शिशु के सैंपल लेने में कुछ दिन का इंतजार करना पड़ सकता है।

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