DNN मंडी, 30 जनवरी।जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण मंडी के सौजन्य से 28 से 30 जनवरी, 2025 तक जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के सम्मेलन कक्ष में भूकंप और भूस्खलन जोखिम न्यूनीकरण पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला संपन्न हो गई। कार्यशाला का समापन आज यहां अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी मंडी डॉ मदन कुमार द्वारा किया गया। उन्होंने प्रतिभागियों से प्रशिक्षण के महत्व और आपदा न्यूनीकरण की आवश्यकता पर जोर देते हुए विश्वास जताया कि यह कार्यक्रम प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा और प्रशासनिक तत्परता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
इस प्रशिक्षण के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मंडी से विशेषज्ञों को बतौर संसाधन व्यक्ति आमंत्रित किया गया था। प्रशिक्षण का उद्देश्य विभागीय अधिकारियों को आपदा प्रबंधन के नवीनतम तरीकों से अवगत कराना और क्षेत्र की आपदा न्यूनीकरण क्षमताओं को मजबूत बनाना था।
तीन दिवसीय कार्यशाला में हिमाचल प्रदेश लोक निर्माण विभाग, जल शक्ति विभाग, हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड, हाइड्रो प्रोजेक्ट्स, राष्ट्रीय राजमार्ग, ग्रामीण विकास, नगर निगम मंडी, वन विभाग, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, नगर एवं ग्राम नियोजन, हिमुडा, भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड और एचपीपीसीएल के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। प्रतिनिधियों को इस दौरान को प्रमाण पत्र भी प्रदान किए गए।
इस प्रशिक्षण के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मंडी से विशेषज्ञों को बतौर संसाधन व्यक्ति आमंत्रित किया गया था। प्रशिक्षण का उद्देश्य विभागीय अधिकारियों को आपदा प्रबंधन के नवीनतम तरीकों से अवगत कराना और क्षेत्र की आपदा न्यूनीकरण क्षमताओं को मजबूत बनाना था।
तीन दिवसीय कार्यशाला में हिमाचल प्रदेश लोक निर्माण विभाग, जल शक्ति विभाग, हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड, हाइड्रो प्रोजेक्ट्स, राष्ट्रीय राजमार्ग, ग्रामीण विकास, नगर निगम मंडी, वन विभाग, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, नगर एवं ग्राम नियोजन, हिमुडा, भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड और एचपीपीसीएल के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। प्रतिनिधियों को इस दौरान को प्रमाण पत्र भी प्रदान किए गए।