मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से एथलीटों के लिए नकद पुरस्कारों का एक साझा कोष बनाने पर अपना फीडबैक भेजने का अनुरोध किया। इस कोष में केंद्र और राज्य सरकार दोनों को धन जमा करने की सुविधा होनी चाहिए, ताकि सभी राज्यों के खिलाड़ियों को पदक जीतने के बाद समान लाभ मिल सके।
डैशबोर्ड पर प्रत्येक राज्य, जिला और प्रखंड में खेल-अवसंरचना से जुड़े आंकड़े उपलब्ध रहेंगे।
भविष्य की खेल प्रतिस्पर्धाओं के लिए हमारे एथलीटों को तैयार करने के क्रम में सभी राज्य, राष्ट्रीय खेल संघों, शैक्षणिक संस्थानों, केंद्र सरकार और अन्य हितधारकों के साथ जुड़ेंगे : केंद्रीय खेल मंत्री
DNN नई दिल्ली
केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने आज देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के खेल मंत्रियों के साथ वर्चुअल माध्यम के जरिये बातचीत की। टोक्यो में ओलंपिक और पैरालंपिक की बड़ी सफलता के बाद, आज की बैठक भविष्य के ओलंपिक, एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों को ध्यान में रखते हुए हमारे एथलीटों को तैयार करने के लिए रोडमैप तैयार करने और जमीनी स्तर पर खेलों को बढ़ावा देने में राज्यों के योगदान पर विचार करने के लिए आयोजित की गयी थी। वर्चुअल बैठक के दौरान खेल विभाग के सचिव रवि मित्तल भी मौजूद थे।
इस चर्चा के दौरान, केन्द्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने राज्यों और केन्द्र – शासित प्रदेशों से एथलीटों के लिए नकद पुरस्कारों का एक ऐसा साझा पूल बनाने के बारे में अपनी राय भेजने के लिए कहा जहां केन्द्र और राज्य सरकारें दोनों मिलकर धन जमा कर सकें ताकि सभी राज्यों के खिलाड़ियों को पदक जीतने पर समान रूप से लाभ मिल सके। खेल, राज्य का एक विषय है और इस बातचीत का समग्र उद्देश्य राज्यों से शारीरिक रूप से सक्षम और पैरा-एथलीटों के लिए ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन के साथ-साथ जमीनी स्तर पर प्रतिभाओं की पहचान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का आग्रह करना था। स्कूल स्तर के खेलों को बढ़ावा देना और स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसजीएफआई) को सहयोग देना इस चर्चा का एक अन्य प्रमुख बिंदु था।
अनुराग ठाकुर ने इस बैठक के बाद कहा कि आज की बैठक बेहद उपयोगी रही और हम प्रगति का मूल्यांकन करने और साथ मिलकर बेहतर बुनियादी ढांचे और अधिक संख्या में प्रशिक्षकों, ट्रेनरों एवं फिजियोथेरेपिस्टों का प्रबंध करने के तरीकों के बारे में चर्चा करने के लिए साल में कम से कम दो बार मिलने पर सहमत हुए हैं। श्री ठाकुर ने कहा कि हम विभिन्न अंचलों (जोन) में क्षेत्रीय बैठकें करेंगे। इसके अलावा, हम एक ऐसा डैशबोर्ड बनाने पर भी विचार कर रहे हैं जहां हर राज्य, जिला और प्रखंड में उपलब्ध खेल के बुनियादी ढांचे से संबंधित डेटा उपलब्ध होगा। यह डैशबोर्ड कितने कोच उपलब्ध हैं, उन इनडोर स्टेडियमों में किस तरह के खेल खेले जाएंगे या आउटडोर खेलों आदि के बारे में सभी प्रासंगिक जानकारियां देगा और ये सभी विवरण एक बटन दबाने पर उपलब्ध होंगे।