DNN सोलन
सोलन के चौक बाजार में नगर परिषद द्वारा लगाए गए बैरिगेट न खुलने के कारण फायर विभाग का वाहन फंस गया। बाद में एक दुकानदार ने इसकी चाबी दी। जिसके बाद इसे खोला गया और वाहन आगे बढ़ सका। वहीं घटना ने प्रशासन की व्यवस्था पर भी सवाल खड़े किए है। शुक्र है कि यह घटना मॉक ड्रिल करने पहुंचने फायर विभाग के वाहन के साथ हुई। यहीं आगजनी सहित अन्य आपात स्थित में ऐसा हुआ होता तो नुकसान बड़ा हो सकता था।
जानकारी के अनुसार सोलन शहर में एक माह में दो बार दमकल विभाग द्वारा मॉक ड्रील किया जाता है। जब विभाग का वाहन कार्यालय से निकलता है तो इसकी सूचना सोलन नप को दी जाती है। सूचना मिलने के बाद सोलन नप का कर्मचारी पुराने बस स्टैंड व चौक बाजार में लगे बेरीकेट्स को खोल देता है, लेकिन मंगलवार को ऐसा न हुआ। बताया जा रहा है कि जो कर्मचार बेरीकेट्स को खोलता है वह अवकाश पर था। ऐसे में एक सब्जी वाले की सहायता से बेरीकेट्स को खोला गया। काफी देर तक फायर विभाग का वाहन मौके पर खड़ा रहा। इसके कारण सोलन के पुराने बस स्टैंड से शूलिनी चौक तक दमकल विभाग के वाहन को करीब 12 मिनंट का समय लग गया। जबकि विभाग द्वारा करीब 2 से 3 मिंनट तक का समय रखा जाता है।
बता दे कि सोलन शहर में यदि कभी आगजनी घटना हो जाए तो उस पर आग पर समय रहते कैसे काबू पाया जाए। इसके लिए दमकल विभाग द्वारा एक माह में दो बार मॉक ड्रील का आयोजन किया जाता है।
फायर ऑफिसर राजा राम ने कहा कि मंगलवार को पुराने बस स्टैंड से शूलिनी चौक तक मॉक का ड्रील का आयोजन किया गया। इस मॉक ड्रील को पूरा करने के लिए करीब 12 मिंनट का समय लगा। उन्होंने कहा कि सोलन नप द्वारा बेरीकेट्स को समय पर नहीं खोला गया। इसके चलते वाहन को गुजरने में अधिक समय लगा।
इस बारे में सोलन नप के कार्यकारी अधिकारी ललित ने कहा कि इस बारे में अभी उन्हें कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसा दोबारा न हो। इसका पूरा ख्याल रखा जाएगा।