DNN बद्दी(अदित्या चड्ढा)
29 अप्रैल। भारत सरकार 2024 तक देश के हर एक ग्रामीण निवासी तक पर्याप्त पीने लायक जल उपलब्ध करवाना चाहती है। इस जल जीवन अभियान को सफल बनाने के लिए सरकार ने करोड़ों रूपये आवंटित किये हैं। इसे नल से जल पहुंचाने का भी अभियान कह सकतें हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में इस मिशन की बहुत ही आवश्यकता है। लेकिन यह योजना बद्दी की मालपुर पंचयात के गांव दसोमाजरा में असफल होती नजर आ रही है। इस ग्रामीण क्षेत्र में पानी क्या पानी के नल तक घरों में उपलब्ध नहीं है। सरकार की योजनाएं यहां धरी की धरी रह गई है।जिसके चलते लोगों को पीने के पानी के लिये दर दर की ठोकरे खानी पड़ रही है, इस क्षेत्र के लोगों में काफ़ी रोष है। यहां के लोगों को पिने के पानी के लिये किसी अन्य लोगों के ट्यूबवेल से किराये पर पानी लेने को मजबूर है,जिसके लिये लोगों को हजारों रुपये चुकाने पड़ रहे है। लोगों का कहना है की आज दिन तक उनके गांव में पानी तो दूर की बात है लेकिन पाइप लाइन तक नहीं है, सरकारे बड़े बड़े दावे तो करती है पर सारे दावे खोखले साबित हो रहे ह। ग्रामीणों का कहना है की चुनाव के दिनों में राजनेता लोग वोट मांगने तो आ जाते है लेकिन जितने के बाद कोई भी राजनेता उनका हाल चाल नहीं पूछता
ग्रामीणों ने कहा की उनके गांव में पानी, की समस्या के अलावा भी बहुत सी अन्य समस्याएँ है, अगर सफाई की बात की जाये तो सफाई की व्यवस्था भी चरमरा गई है। प्रधानमंत्री सफाई योजना की धज्जियां उड़ती हुई साफ साफ आप इस गांव में देख सकते है। यहां हर तरफ गंदगी का मंजर इस प्रकार बना हुआ है मानो गांव में कूड़ा नही कूड़े में गांव बसा हो। दसोमाजरा के निवासी यहां की व्यवस्था से परेशान है। उन तक सरकार द्वारा चलाई गई योजनाएं नही पहुंच रही है। लोगों का यहां तक कहना है की इस बार उनके घर द्वार पर कोई भी वोट मांगने आता है तो उन्हें मुंह तोड़ जवाब देने के लिए गाँववासी पूरी तरह तैयार बैठे है। हैरानी की बात यह है की भाजपा की केंद्र में सरकार, प्रदेश में सरकार यहां तक की बद्दी में भी भाजपा के विधायक है फिर भी इस प्रकार की हालत बद्दी क्षेत्र में देखने को मिल रही है। यह बहुत ही शर्म की बात है।